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धमतरी: दुगली में धान खरीदी केंद्र खोलने की घोषणा के बाद खत्म हुआ किसानों का आंदोलन - दुगली में धान खरीदी केंद्र खोलने की घोषणा

दुगली में 3 दिनों से चल रहा किसान आंदोलन खत्म हो गया. प्रशासन ने उनकी मांग मान ली है. किसानों की मांग थी कि दुगली में एक धान खरीदी केंद्र खोला जाए. शासन-प्रशासन की ओर से मांग को मान लिया गया है. जल्द ही यहां के ग्रामीणों को इसकी सुविधा मिलेगी.

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खत्म हुआ किसानों का आंदोलन
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Published : Dec 3, 2020, 5:05 AM IST

Updated : Dec 3, 2020, 11:15 AM IST

धमतरी: दुगली में 3 दिन से जारी किसानों का आंदोलन बुधवार को खत्म हो गया. क्षेत्र के सैकड़ों किसान परिवार 3 दिनों से सड़क पर प्रदर्शन कर रहे थे. 3 दिन तक धमतरी नगरी रोड पर चक्काजाम की स्थिति बनी हुई थी. किसान एक धान खरीदी केंद्र खोलने की मांग कर रहे थे. किसानों की यह मांग काफी साल पुरानी है, लेकिन शासन-प्रशासन इस ओर ध्यान नहीं दे रहा था, लिहाजा किसानों ने मोर्चा खोल दिया था. किसानों ने सड़क जाम करने का फैसला लिया, जिसका असर भी 3 दिन में ही सामने आ गया. सरकार ने दुगली में एक धान खरीदी केंद्र खोलने की मंजूरी दी है. इसके लिए घोषणा करने खुद कलेक्टर ग्रामीणों के बीच पहुंचे थे.

खत्म हुआ किसानों का आंदोलन

प्रदेश सरकार की ओर से बुधवार को कलेक्टर जय प्रकाश मौर्य ने चालू खरीफ विपणन वर्ष में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी के लिए दुगली में धान खरीदी केंद्र खोलने की घोषणा की. यही नहीं ग्रामीणों के साथ कलेक्टर मौर्य, पुलिस अधीक्षक बीपी राजभानु, अन्य जनप्रतिनिधियों ने दुगली में खरीदी केंद्र के लिए स्थल का मुआयना भी किया. केंद्र खोलने के लिए पूजा-अर्चना भी की गई.

खरीदी केंद्र खोलने का फैसला

कलेक्टर ने बताया कि इस क्षेत्र की पंचायतों में पंजीकृत किसानों की संख्या आदिवासी अंचल के लिए तय संख्या 1200 और धान खरीदी न्यूनतम 30,000 क्विंटल नहीं होने की वजह से यहां धान खरीदी केंद्र खोला जाना तकनीकी रूप से संभव नहीं था, लेकिन जनभावना को ध्यान में रखकर ग्राम दुगली में धान खरीदी केंद्र के लिए बने नियम में शिथिलता लाते हुए खरीदी केंद्र खोलने का फैसला लिया गया है.

पढ़ें: कांकेर: कृषि उपज मंडी 20 साल बाद गुलजार, खरीदी-बिक्री के लिए व्यापारी तैयार

खाद्य मंत्री अमरजीत भगत करने वाले थे घोषणा

बता दें कि प्रदेश के खाद्य मंत्री अमरजीत भगत दुगली में केंद्र खोलने की घोषणा फोन के जरिए करना चाह रहे थे, लेकिन उनसे मोबाइल पर संपर्क नहीं होने की वजह से कलेक्टर ने उनकी ओर से यहां केंद्र खोलने की घोषणा ग्रामीणों के बीच पहुंचकर की. इस मौके पर सिहावा विधायक डॉक्टर लक्ष्मी ध्रुव ने आदिवासी अंचल के ग्रामीणों की ओर से राज्य सरकार को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए आभार जताया है.

राजीव गांधी का धमतरी के दुगली से था खास नाता

14 जुलाई 1985 को भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी दुगली गांव पहुंचे थे. यहां वह कमार जनजाति की जीवन शैली को देखने आए थे. उनके साथ सोनिया गांधी भी मौजूद थीं. यहां उन्होंने रात्रि विश्राम भी किया था. दुगली गांव को राजीव गांधी ने गोद लिया था. इसके बाद से दुगली गांव को राजीव ग्राम के नाम से पहचाना जाने लगा.

धमतरी: दुगली में 3 दिन से जारी किसानों का आंदोलन बुधवार को खत्म हो गया. क्षेत्र के सैकड़ों किसान परिवार 3 दिनों से सड़क पर प्रदर्शन कर रहे थे. 3 दिन तक धमतरी नगरी रोड पर चक्काजाम की स्थिति बनी हुई थी. किसान एक धान खरीदी केंद्र खोलने की मांग कर रहे थे. किसानों की यह मांग काफी साल पुरानी है, लेकिन शासन-प्रशासन इस ओर ध्यान नहीं दे रहा था, लिहाजा किसानों ने मोर्चा खोल दिया था. किसानों ने सड़क जाम करने का फैसला लिया, जिसका असर भी 3 दिन में ही सामने आ गया. सरकार ने दुगली में एक धान खरीदी केंद्र खोलने की मंजूरी दी है. इसके लिए घोषणा करने खुद कलेक्टर ग्रामीणों के बीच पहुंचे थे.

खत्म हुआ किसानों का आंदोलन

प्रदेश सरकार की ओर से बुधवार को कलेक्टर जय प्रकाश मौर्य ने चालू खरीफ विपणन वर्ष में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी के लिए दुगली में धान खरीदी केंद्र खोलने की घोषणा की. यही नहीं ग्रामीणों के साथ कलेक्टर मौर्य, पुलिस अधीक्षक बीपी राजभानु, अन्य जनप्रतिनिधियों ने दुगली में खरीदी केंद्र के लिए स्थल का मुआयना भी किया. केंद्र खोलने के लिए पूजा-अर्चना भी की गई.

खरीदी केंद्र खोलने का फैसला

कलेक्टर ने बताया कि इस क्षेत्र की पंचायतों में पंजीकृत किसानों की संख्या आदिवासी अंचल के लिए तय संख्या 1200 और धान खरीदी न्यूनतम 30,000 क्विंटल नहीं होने की वजह से यहां धान खरीदी केंद्र खोला जाना तकनीकी रूप से संभव नहीं था, लेकिन जनभावना को ध्यान में रखकर ग्राम दुगली में धान खरीदी केंद्र के लिए बने नियम में शिथिलता लाते हुए खरीदी केंद्र खोलने का फैसला लिया गया है.

पढ़ें: कांकेर: कृषि उपज मंडी 20 साल बाद गुलजार, खरीदी-बिक्री के लिए व्यापारी तैयार

खाद्य मंत्री अमरजीत भगत करने वाले थे घोषणा

बता दें कि प्रदेश के खाद्य मंत्री अमरजीत भगत दुगली में केंद्र खोलने की घोषणा फोन के जरिए करना चाह रहे थे, लेकिन उनसे मोबाइल पर संपर्क नहीं होने की वजह से कलेक्टर ने उनकी ओर से यहां केंद्र खोलने की घोषणा ग्रामीणों के बीच पहुंचकर की. इस मौके पर सिहावा विधायक डॉक्टर लक्ष्मी ध्रुव ने आदिवासी अंचल के ग्रामीणों की ओर से राज्य सरकार को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए आभार जताया है.

राजीव गांधी का धमतरी के दुगली से था खास नाता

14 जुलाई 1985 को भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी दुगली गांव पहुंचे थे. यहां वह कमार जनजाति की जीवन शैली को देखने आए थे. उनके साथ सोनिया गांधी भी मौजूद थीं. यहां उन्होंने रात्रि विश्राम भी किया था. दुगली गांव को राजीव गांधी ने गोद लिया था. इसके बाद से दुगली गांव को राजीव ग्राम के नाम से पहचाना जाने लगा.

Last Updated : Dec 3, 2020, 11:15 AM IST
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