दंतेवाड़ा: दुनियाभर में मां के रिश्ते को सबसे बड़ा और अनमोल माना जाता है. क्योंकि एक मां ही होती है, जो खुद भूखी रहकर, हर दुख-दर्द सहकर भी अपने बच्चे को खुश रखती है. मदर्स-डे (mother's day) पर हम आपको एक ऐसी महिला के बारे में बताने जा रहे हैं, जो कोरोना (Coronavirus) महामारी के दौर में पांच माह की गर्भावस्था में भी अपने कर्तव्य का निर्वाह करते हुए फर्ज भी निभा रही हैं.
सुर्खियों में रहती हैं डीएसपी शिल्पा साहू
दंतेवाड़ा जिले में पदस्थ डीएसपी शिल्पा साहू हमेशा सुर्खियों में रहती हैं. कुछ साल पहले वे अपनी शादी को लेकर भी चर्चा में थीं. शादी के बाद पति के साथ नक्सल ऑपरेशन पर जाने को लेकर भी उनकी खूब चर्चा होती थी. शिल्पा साहू अब मां बनने वाली हैं. वह पांच माह की गर्भवती हैं, लेकिन ड्यूटी से कोई समझौता नहीं कर रही हैं. कोरोना काल में अपने घरों से बेवजह बाहर निकलने वाले लोगों को वह समझाइश दे रही हैं. साथ ही घरों में रह कर सुरक्षित रहने की अपील कर रही हैं.
गर्भावस्था के बावजूद फर्ज निभा रहीं शिल्पा
गर्भावस्था के कारण शिल्पा पर ड्यूटी का कोई दबाव नहीं था. वे चाहतीं तो घर पर आराम कर सकतीं थीं, लेकिन उन्हें इस मुश्किल वक्त में अपना फर्ज निभाना ज्यादा बेहतर लगा. वे अपनी टीम के साथ सड़क पर पूरी मुस्तैदी से अपने फर्ज को अंजाम दे रही हैं. सड़क पर हाथ में डंडा लिए शिल्पा लोगों को कभी प्यार, तो कभी चेतावनी भरे लहजे में समझातीं हैं कि वे नियमों का पालन करें. घर में रहें और सुरक्षित रहें.
लॉकडाउन लागू करवाने सड़क पर उतरीं गर्भवती डीएसपी
नक्सलियों की मांद में बहादुरी से ड्यूटी
दंतेवाड़ा में महिला डीआरजी की एक टीम है. इसका नाम दंतेश्वरी फाइटर्स है. डीएसपी शिल्पा इस टीम का नेतृत्व करती हैं. वे नक्सलियों के गढ़ में भी बेखौफ जाती हैं. शिल्पा और उनकी टीम ने कई बार नक्सलियों के मंसूबों पर पानी फेरा है. वे और उनकी टीम कई IED को डिफ्यूज कर चुकी हैं.
'फील्ड पर जाने से मिलता है जवानों का हौसला'
डीएसपी शिल्पा साहू ने बताया कि कोरोना काल में उनके जैसे और भी कई महिला फ्रंटलाइन वर्कर हैं. जो फर्ज निभा रही हैं. उनका कहना है कि फील्ड पर जाने से जवानों को हौसला मिलता है.
'कोरोना काल में गर्भवती माताएं रखें ध्यान'
डीएसपी शिल्पा साहू का कहना है कि कोरोना का ये वक्त बेहद नाजुक भरा है. ऐसे समय में गर्भवती महिलाओं को सावधान रहने की ज्यादा जरूरत है. उनका कहना है कि गर्भवती माताएं अपने घरों में रहकर जच्चा-बच्चा की सुरक्षा का खास ध्यान दें. खाने-पीने का ध्यान रखें.