धमतरीः जिले में कोरोना संक्रमण की रफ्तार तेजी से बढ़ रही है. रोजाना 200 से ज्यादा मरीज मिल रहे हैं. शहर में कोरोना जांच के लिए दो केंद्र बनाए गए हैं. जिला अस्पताल और सिविल लाइन स्थित आईएलआई क्लीनिक को जांच केंद्र बनाया गया है. जिला अस्पताल में कोरोना जांच के लिए सुबह से ही लंबी लाइन लग जाती है. शहर में सिर्फ दो स्थानों पर निशुल्क कोरोना जांच होने की वजह से जांच करवाने वालों की भीड़ बढ़ने लगी है. जिसके चलते जिला अस्पताल में अव्यवस्था देखी जा रही है. बढ़ते संक्रमण के बीच लोगों की भीड़ बीमारी को आमंत्रण देने जैसा है.
लोगों ने अव्यवस्था होने का लगाया आरोप
जिला अस्पताल में ही संक्रमित मरीज की जांच केंद्र में अव्यवस्था फैली हुई है. कोरोना जांच कराने आए लोगों का कहना है कि, पूरे जांच केंद्र में बदइंतजामी है. यहां पर लोग सोशल डिस्टेंस का पालन नही कर रहे हैं. यह भी भूल चुके है कि सामने वाला व्यक्ति संक्रमित हो सकता है. और ना ही यहां कोरोना प्रोटोकॉल का पालन किया जा रहा है. जिसके चलते चारो तरफ अव्यवस्था फैली हुई है. भीड़ इतनी जुट रही है कि लोग घंटो खड़े होकर अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं.
वहीं पार्षद श्यामा साहू ने कहा कि, रोजाना भीड़ बढ़ती जा रही है. जिसे देखते हुए एक और केंद्र खोलने की मांग की गई है. उन्होंने कहा कि जांच केन्द्र की कमी में भारी भीड़ हो रही है. जिससे लोगों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
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शहर में मात्र दो सेंटर होने से जुट रही भीड़
शहर में मात्र दो जगहों पर निःशुल्क जांच केंद्र बनाया गया है. टेस्टिंग सेंटर कम होने और बढ़ते संक्रमण की वजह से जिला अस्पताल में ज्यादा भीड़ हो रही है. हालांकि दूसरे सेंटर आईएलआई क्लीनिक में कम भीड़ दिखाई देती है. कई बार एंटीजन का टेस्ट विश्वसनीय नहीं मानते हुए कुछ लोग टूनॉट और RT-PCR कराना चाहते हैं. लेकिन इन दोनों का रिपोर्ट आने में लंबा समय लग रहा है.
बेवजह जांच ना कराए लोग-सीएमएचओ
सीएमएचओ डॉ. डीके तुर्रे ने बताया कि कुछ लोग बार-बार जांच करवा रहे हैं. एक स्थान पर निगेटिव या पॉजिटिव आने पर फिर दूसरे केंद्र में जांच करवाते हैं. कुछ ऐसे भी लोग हैं, जो लक्षण रहित है. वह भी जांच के लिए पहुंच रहे हैं. ऐसे लोगों को जांच कराने की जरुरत नहीं है. उन्होंने लोगों से अपील की है कि वहीं लोग जांच कराएं जिन्हें लक्षण है. ताकि जांच केन्द्र पर भीड़ ना हो.