धमतरीः जिले में मनरेगा सहित दूसरी योजनाओं में रोजगार दिलाने के बहाने विधवा महिला से जमीन की ऋण पुस्तिका लेने और बाद में 0.13 हेक्टेयर जमीन हड़पने का मामला सामने आया है.
फर्जीवाड़ा से जमीन को हड़पा
मोहंदी गांव में रहने वाली हीराबाई कंवर ने बताया कि पति की मौत बाद रोजगार के लिए सरपंच के झांसे में आकर उसने अपने जमीन की ऋण पुस्तिका दे दिया. जिसके बाद आरोपी ने फर्जीवाड़ा कर जमीन को अपने नाम करवा लिया और मोबाइल टॉवर लगाकर पिछले पांच महीने से किराए की राशि ले रहा है. पीड़िता ने बताया कि जब सरकारी योजना से मिलने वाले लाभ की जानकारी लेने के लिए पटवारी के पास गई तब उसे जमीन सरपंच के नाम होने की बात पता चली.
कलेक्टर की मंजूरी के बिना नामांतरण
नियम के मुताबिक आदिवासियों की जमीन खरीदने-बेचने के पहले कलेक्टर से अनुमति लेनी पड़ती है. लेकिन पीड़िता की जमीन खरीदने के पहले इस तरह की कोई कार्रवाई नहीं की गयी है. सरपंच का कहना है कि गलती से जमीन उसके नाम पर चढ़ गया है और उसने पीड़िता से कभी ऋण पुस्तिका नही लिया है. लेकिन अब कलेक्टर से अनुमति लेकर जमीन की रजिस्ट्री कराई जाएगी.
जिला प्रशासन से शिकायत
पीड़ित महिला को न्याय दिलाने के लिए गांव के कुछ लोगों ने इसकी शिकायत जिला प्रशासन और पुलिस से की है. हालांकि पुलिस तरफ से अभी तक कोई कार्रवाई की गई है. वही जमीन होने के बावजूद पीड़िता को अपने हक के लिए भटकना पड़ रहा है.