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मजदूरी के लिए तीन साल से भटक रहे मजदूर, किसानों को भी नहीं मिला मुआवजा - updated news

धमतरी के मुनईकेरा गांव के मजदूर तीन साल से मजदूरी के लिए अधिकारियों के चक्कर लगा रहे हैं. मजदूरों से हरियाली प्रसार योजना के तहत नीलगिरी का पौधा रोपण कराया गया था. जिसके लिए आज तक उनको मजदूरी का भुगतान नहीं किया गया है.

किसानों को भी नहीं मिला मुआवजा
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Published : Oct 7, 2019, 8:45 PM IST

धमतरी: मुनईकेरा गांव के मजदूर पिछले तीन साल से मजदूरी की राशि के लिए भटक रहे हैं. हरियाली प्रसार योजना में काम करने के बाद शासन से उन्हें फूटी कौड़ी तक नहीं मिला है.
दरअसल, मुनईकेरा गांव के किसानों की खेत में हरियाली प्रसार योजना के तहत नीलगिरी का पौधा लगाया गया था. इसके एवज में किसानों को शुरुआत में खाद और कुछ सहायता राशि दी गई थी, लेकिन पौधरोपण के काम में लगे मजदूरों को एक रुपया भी नहीं दिया गया है. बताया जा रहा है किसानों का भी भुगतान अभी बाकी है.

किसानों को भी नहीं मिला मुआवजा

शासन की ओर से हर साल किसानों को पौधरोपण सहित उनकी सुरक्षा के लिए अनुदान दिया जाता है. इस योजना के तहत किसानों को खम्हार, बांस, सागौन, आंवला, कटहल, नीलगिरी, शीशम, मुनगा और सिरसा के पौधे दिए जाते हैं. जिसे किसानों को अपने खेत में लगाने होोते हैं, इसके एवज में सरकार किसानों को खाद और पौधों की देखरेख के लिए पैसे देती है.
किसानों का कहना है कि वे जिस जमीन पर नीलगिरी का पौधा लगाए हैं.

उस जमीन पर कभी उड़द, हिरवा, दलहन और तिलहन की खेती करते थे. इससे अच्छा मुनाफा मिल जाया करता था, लेकिन जब से शासन के निर्देश पर नीलगिरी का पौधा लगाये हैं. उन्हें कुछ भी नहीं मिल रहा है.
मजदूरों का कहना है कि शासन की ओर से नीलगिरी पौधा लगाने के लिए उनसे मजदूरी का काम कराया गया था, लेकिन 3 साल भी बाद भी उन्हें मजदूरी नहीं मिली है. जिम्मेदार अधिकारी शासन से राशि नहीं आने की बात कह रहे हैं.

धमतरी: मुनईकेरा गांव के मजदूर पिछले तीन साल से मजदूरी की राशि के लिए भटक रहे हैं. हरियाली प्रसार योजना में काम करने के बाद शासन से उन्हें फूटी कौड़ी तक नहीं मिला है.
दरअसल, मुनईकेरा गांव के किसानों की खेत में हरियाली प्रसार योजना के तहत नीलगिरी का पौधा लगाया गया था. इसके एवज में किसानों को शुरुआत में खाद और कुछ सहायता राशि दी गई थी, लेकिन पौधरोपण के काम में लगे मजदूरों को एक रुपया भी नहीं दिया गया है. बताया जा रहा है किसानों का भी भुगतान अभी बाकी है.

किसानों को भी नहीं मिला मुआवजा

शासन की ओर से हर साल किसानों को पौधरोपण सहित उनकी सुरक्षा के लिए अनुदान दिया जाता है. इस योजना के तहत किसानों को खम्हार, बांस, सागौन, आंवला, कटहल, नीलगिरी, शीशम, मुनगा और सिरसा के पौधे दिए जाते हैं. जिसे किसानों को अपने खेत में लगाने होोते हैं, इसके एवज में सरकार किसानों को खाद और पौधों की देखरेख के लिए पैसे देती है.
किसानों का कहना है कि वे जिस जमीन पर नीलगिरी का पौधा लगाए हैं.

उस जमीन पर कभी उड़द, हिरवा, दलहन और तिलहन की खेती करते थे. इससे अच्छा मुनाफा मिल जाया करता था, लेकिन जब से शासन के निर्देश पर नीलगिरी का पौधा लगाये हैं. उन्हें कुछ भी नहीं मिल रहा है.
मजदूरों का कहना है कि शासन की ओर से नीलगिरी पौधा लगाने के लिए उनसे मजदूरी का काम कराया गया था, लेकिन 3 साल भी बाद भी उन्हें मजदूरी नहीं मिली है. जिम्मेदार अधिकारी शासन से राशि नहीं आने की बात कह रहे हैं.

Intro:भटक रहे है मजदूर और किसान


धमतरी के मुनईकेरा गांव के मजदूर पिछले तीन साल से मजदूरी की राशि के लिए भटक रहे है इन्हे शासन से फुटी कौड़ी तक नही मिला है.दरअसल मुनईकेरा गांव के किसानों की खेत में हरियाली प्रसार योजना के तहत बड़ी मात्रा में नीलगिरी का पौधा रोपण किया गया था.इसके एवज में किसानों को शुरूआत में खाद और राशि दी गई लेकिन उन मजदूरों सहित किसानों को भी शासन भूल गए.

बता दें कि शासन व्दारा हर साल किसानों को वृक्षारोपण सहित उनकी सुरक्षा के लिए अनुदान दिया जाता है और इस योजना के तहत किसानों को खम्हार, बास, सागौन,आंवला,कटहल,नीलगिरी शीशम, मुनगा सिरसा के पौधे मुहैया कराकर वृक्षारोपण कराया जाता है.धमतरी जिले के मुनईकेरा गांव में शासन के इन्ही योजना के जरिये वृक्षारोपण कराया गया.किसानों को शुरूआत में ही खाद और सुरक्षा के लिए पैसे दिए गए लेकिन इसके बाद शासन ने किसानों को सुरक्षा राशि देना बंद कर दिया.ऐसे किसान और मजूद वन विभाग को दफ्तर काट रहे है.किसानो का कहना है कि वे जिस जमीन पर नीलगिरी का पौधा लगाए है. उस जमीन पर कभी उड़द,हिरवा,दलहन,तिलहन की खेती किया करते थे.इससे अच्छा मुनाफा मिल जाया करता था लेकिन जब से शासन के निर्देश पर नीलगिरी का पौधारोपण किया है तब से वे बर्बादी के कगार है.आधे से ज्यादा पौधे मर चूके है और उसमें कोई फायदा दिखाई नहीं दे रहा है.वही मजदूरों का कहना है कि उनके व्दारा शासन की ओर से नीलगिरी पौधारोपण में मजदूरी का कार्य किया गया.लेकिन 3 साल भी बाद भी भुगतान राशि उन्हे नही मिली है.

फिलहाल जिम्मेदार अधिकारी शासन से राशि नहीं आने के कारणों से हवाला दे रहे है और जैसे राशि आएगी उन्हे भुगतान करने की बात कह रहे है.
बाईट....भुवन लाल ध्रुव किसान
बाईट... हिर्दय नागवंशी किसान
बाईट .... हेमन्त नेताम मजदूर
बाईट....रमेश नेताम मजदूर
बाईट....मिश्री लाल मरकाम डिप्टी रेंजर

जय लाल प्रजापति सिहावा धमतरीBody:8319178303Conclusion:
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