धमतरी: मुनईकेरा गांव के मजदूर पिछले तीन साल से मजदूरी की राशि के लिए भटक रहे हैं. हरियाली प्रसार योजना में काम करने के बाद शासन से उन्हें फूटी कौड़ी तक नहीं मिला है.
दरअसल, मुनईकेरा गांव के किसानों की खेत में हरियाली प्रसार योजना के तहत नीलगिरी का पौधा लगाया गया था. इसके एवज में किसानों को शुरुआत में खाद और कुछ सहायता राशि दी गई थी, लेकिन पौधरोपण के काम में लगे मजदूरों को एक रुपया भी नहीं दिया गया है. बताया जा रहा है किसानों का भी भुगतान अभी बाकी है.
शासन की ओर से हर साल किसानों को पौधरोपण सहित उनकी सुरक्षा के लिए अनुदान दिया जाता है. इस योजना के तहत किसानों को खम्हार, बांस, सागौन, आंवला, कटहल, नीलगिरी, शीशम, मुनगा और सिरसा के पौधे दिए जाते हैं. जिसे किसानों को अपने खेत में लगाने होोते हैं, इसके एवज में सरकार किसानों को खाद और पौधों की देखरेख के लिए पैसे देती है.
किसानों का कहना है कि वे जिस जमीन पर नीलगिरी का पौधा लगाए हैं.
उस जमीन पर कभी उड़द, हिरवा, दलहन और तिलहन की खेती करते थे. इससे अच्छा मुनाफा मिल जाया करता था, लेकिन जब से शासन के निर्देश पर नीलगिरी का पौधा लगाये हैं. उन्हें कुछ भी नहीं मिल रहा है.
मजदूरों का कहना है कि शासन की ओर से नीलगिरी पौधा लगाने के लिए उनसे मजदूरी का काम कराया गया था, लेकिन 3 साल भी बाद भी उन्हें मजदूरी नहीं मिली है. जिम्मेदार अधिकारी शासन से राशि नहीं आने की बात कह रहे हैं.