धमतरी:धमतरी में दशहरे के दूसरे दिन मां दुर्गा की मूर्तियों के साथ जवारा का विसर्जन किया गया. ये सिलसिला पूरे दिन चलता रहा. भक्तों में खासा उत्साह देखने को मिला. शहर के मराठापारा में शाम को पूरी श्रद्धा के साथ मां मंदरमाई के मंदिर से जवारा और कलश लेकर शोभायात्रा निकाली गई. इस दौरान भक्तों का जनसैलाब उमड़ पड़ा.
मंदरमाई के मंदिर में जवारा विसर्जन : शारदीय नवरात्र के मौके पर कई जगहों पर मां दुर्गा की प्रतिमा बिठाई गई. इस दौरान जवारा लगाया गया. नवरात्र के दसवें दिन के बाद लोग शुभ मुहूर्त देख जवारा के साथ मां दुर्गा की प्रतिमा का विसर्जन करते हैं. वहीं, हर साल मराठापारा में जवारा विसर्जन के दौरान भव्य शोभायात्रा निकाली जाती है. जिसे देखने दूर-दूर से लोग पहुंचते हैं. इस बार भी हजारों की तादाद में लोगों की भीड़ दिखी.
सालों से इसी तरह मंदरमाई की पूजा की जा रही है. यहां पीढ़ी दर पीढ़ी जवारा विसर्जन की परंपरा चली आ रही है. माता के दरबार में लोग दूर-दूर से मनोकामना ज्योत प्रज्जवलित करने के लिए आते हैं. विसर्जन के दौरान धमतरी ही नहीं आस-पास के क्षेत्र में भी भक्त ज्योत-जवारा में शामिल होने पहुंचते हैं. -राजकुमार ध्रुव, मंदिर के पुजारी
बुधवार को सुबह मां मंदरमाई की विधि-विधान से पूजा अर्चना करने के बाद ज्योत विसर्जन का कार्यक्रम शुरू हुआ. कलश यात्रा मराठापारा से शुरू होकर सदर रोड, रामबाग होते हुए बिलाईमाता मंदिर से शीतला मंदिर पहुंचा. शीतला मंदिर के तालाब पर कलश और जवारा की पूजा करने के बाद इसका विसर्जन किया गया. इस दौरान मराठापारा और अन्य स्थानों पर लोगों ने पूजा की थाल सजाकर जवारा की पूजा कर सुख-समृद्धि की कामना की.