धमतरीः शिक्षाकर्मियों की फर्जी भर्ती मामले में एक बार फिर जांच में तेजी आ गई है. इसकी जिम्मेदारी अपर कलेक्टर की अध्यक्षता में अधिकारियों को सौंपी गई है. प्रशासन ने मामले से जुड़े दस्तावेजों को खंगालना शुरू कर दिया है.
बता दें कि जिले में साल 2005 से 2007 में हुई शिक्षाकर्मी भर्ती प्रकिया में कुछ अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के सरंक्षण में व्यापक पैमाने पर अनियमितता देखी गई थी. कुछ आरटीआई कार्यकर्ताओं ने दस्तावेज के सहारे इस भर्ती में फर्जीवाड़े को उजागर किया था.
इसकी जांच सीआईडी और लोकसेवा आयोग में भी हुई थी, लेकिन आयोग में इसकी जांच अभी भी लंबित है. हालांकि मामले में लोकसेवा आयोग द्वारा की गई जांच में 10 लोगों के खिलाफ कार्रवाई की गई थी.
प्रशासन कर रहा जांच
इधर मामले की गंभीरता को देखते हुए जिला प्रशासन ने भी इसकी अलग से जांच शुरू कर दी है. प्रशासन की जांच समिति द्वारा शिक्षाकर्मियों की अंकसूची, बीएड, डीएड, खेलकूद और अनुभव प्रमाण पत्र की जांच की जा रही है.