धमतरी: जिले में इन दिनों सुप्रीम कोर्ट की सख्ती के बावजूद खनिज माफिया निर्देशों की धज्जियां उड़ा रहे हैं. जिले के तमाम रेत खदानों की स्वीकृति हाईकोर्ट ने जारी कर दिया है. इसके बाद भी महानदी की कोख को छलनी करने का खेल जारी है. उत्खनन को रोकने की जगह प्रशासन चुप्पी साधे बैठा है.
छत्तीसगढ़ की जीवनदायिनी कहे जाने वाली चित्रोत्पला महानदी की कोख को छलनी करने का काम धडल्ले से जारी है. तमाम कोशिशों के बावजूद भी जिले में अवैध रूप से रेत चोरी करने का सिलसिला थम नहीं रहा है जबकि हाल ही में हाईकोर्ट ने एक याचिका की सुनवाई में जिले के सभी खदानों की स्वीकृति को निरस्त कर दिया, लेकिन महानदी में हो रहे रेत उत्खनन पर ब्रेक नहीं लग रहा है.
दिन के उजाले में खुलेआम काला धंधा
आलम ये है कि रेत कि काले कारोबार से जुडे़ लोग अब दिन के उजाले में भी बेखौफ होकर अपने कारोबार को अंजाम दे रहे हैं. इतना ही नहीं जिला प्रशासन और खनिज विभाग कार्रवाई करने के बजाय हाथ पर हाथ धरे बैठा है. हालांकि इस मामले में जिला प्रशासन लगातार कार्रवाई करने की बात कह रहा है, लेकिन कोई बड़ी कार्रवाई नहीं होने से रेत माफियों को प्रशासन का भय नहीं है.