धमतरी: तीन दिनों से लगातार जिले में रुक-रुक- कर बारिश हो रही है. इससे जन-जीवन भी प्रभावित हो रहा है. इस बेमौसम बारिश की मार सबसे ज्यादा किसानों पर पड़ी है. खेतों में लगी खड़ी फसल खराब हो गई है. दलहन और तिलहन की फसल को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है. कुदरत के इस कहर से किसान परेशान हैं. प्रशासन मुआवजे के लिए सर्वे की तैयारी में जुट गई है.
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धमतरी में धान की फसल प्रभावित
धमतरी में इस साल समय पर सिंचाई सुविधा मिलने के बाद बड़ी संख्या में किसानों ने रबी की फसल उपजाने का फैसला किया था. पिछले साल की तुलना में इस बार ज्यादा रकबे में धान की फसल किसानों ने बोई थी. किसानों ने कुल 59 हजार से ज्यादा हेक्टेयर में फसल लगाई है. लेकिन बेमौसम बारिश ने उनकी मेहनत पर पानी फेर दिया.
किसानों को भारी नुकसान की आशंका
मौसम के लगातार बदलते तेवर के चलते धान की फसल को भारी नुकसान की संभावना है. मौसम परिवर्तन के चलते फसल में बीमारी लगने की चिंता भी किसानों को सता रही है. पिछले कई सालों बाद ऐसा पहली बार हो रहा कि बरसात सीजन की तरह गर्मी सीजन में जोरदार बारिश हो रही है.
फसल कटाई के वक्त बारिश से किसान परेशान
किसानों का कहना है कि फसल कटने के वक्त हुए बेमौसम बारिश से फसल पूरी तरह भीग गया है. उन्हे भारी नुकसान उठाना पड़ेगा. लॉकडाउन के दौरान मजदूरों की किल्लत के चलते कटाई-मिंजाई में देरी हो रही है. ज्यादातर किसान हार्वेस्टर के माध्यम से कटाई-मिंजाई करवा रहे हैं. ऐसे में बेमौसम बारिश से किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है. अधिकारियों का कहना है कि बारिश से करीब 5 से 10 प्रतिशत फसलों को नुकसान हुआ है. शासन के निर्देश पर नुकसान हुए फसलों का सर्वे किया जाएगा. जिसके बाद किसानों को उनका मुआवजा दिया जाएगा.