धमतरी: जिले में ETV BHARAT की खबर का बड़ा असर हुआ है. क्लोरीन टैबलेट खरीदी मामले में निगम प्रशासन ने एक्शन लिया है. निगम प्रशासन ने क्लोरीन की सप्लाई करने वाले गोविंद मेडिकल एजेंसी को ब्लैकलिस्ट कर दिया है. वहीं इस फर्म के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के निर्देश भी दिए हैं. इस मामले में निगम के चार अधिकारियों को नोटिस भी दिया गया है. फिलहाल इस कार्रवाई से निगम में हड़कंप मच गया है.
दरअसल, ईटीवी भारत ने इस मामले को प्रमुखता से दिखाया था कि क्लोरीन टैबलेट की खरीदी में नगर निगम ने बड़ी गड़बड़ी की है. जिस टैबलेट को निगम ने खरीदा था, उस पर नॉट फॉर सेल और सिर्फ सरकारी सप्लाई का उल्लेख है.
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मितानिनों ने की थी क्लोरीन टैबलेट की शिकायत
बता दें कि क्लोरीन टैबलेट की सप्लाई शहर के एक मेडिकल एजेंसी द्वारा टेंडर प्रक्रिया के तहत की गई थी और करीब 50 हजार टैबलेट की खरीदी निगम ने की थी. दवाई को बांटने के लिए मितानिनों को दिया गया था, लेकिन उन्होंने क्लोरीन टैबलेट की गुणवत्ता को लेकर नगर निगम से शिकायत की. निगम प्रशासन ने मितानिनों की शिकायत की पड़ताल की, जिसके बाद क्लोरीन दवाईयों को सील कर दिया गया. वहीं इस मामले में जांच टीम भी गठित की गई.
ETV BHARAT ने उठाया था सवाल
ETV भारत ने सवाल उठाया था कि एक निजी मेडिकल संचालक के पास इतनी मात्रा में सरकारी दवाई कहां से आई और इस भ्रष्टाचार में कौन-कौन अधिकारी और कर्मचारी शामिल है. जब टैबलेट की सप्लाई हुई, तो उस दौरान इसकी जांच क्यों नहीं की गई. इस खबर को दिखाने के बाद निगम प्रशासन ने बड़ा एक्शन लेते हुए गोविंद मेडिकल एजेंसी को ब्लैकलिस्ट कर दिया है, साथ ही निगम के चार अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया गया है.