धमतरी: कोरोना की दूसरी लहर के बाद से ग्रामीण इलाकों में बंद आंगनबाड़ियों के पट खोल दिए गए हैं. हालांकि अभी शहरी इलाके में आंगनबाड़ी नहीं खोले गए, लेकिन अब इन्हें भी एक अगस्त से खोले जाने की तैयारी है. फिलहाल गांवों में लंबे समय बाद आंगनबाड़ी केन्द्र खुलने से बच्चों और गर्भवती माताओं को पोषण आहार मिलना शुरू हो गया है. इससे नौनिहालों और उनके पालकों में उत्साह देखा जा रहा है.
दरअसल पिछले दो वर्षों से कोरोना की वजह से आम जनजीवन तो प्रभावित हुआ, लेकिन बच्चों की शिक्षा पर भी खासा असर पड़ा. हालात सामान्य होने की वजह से शासन ने गतिविधियों पर छूट देना शुरू कर दिया है. बता दें कि कोविड-19 संक्रमण से रोकथाम एवं सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए आंगनबाड़ी केन्द्रों का संचालन बंद किया गया था. इस दौरान आंगनबाड़ी कार्यकताओं द्वारा हितग्राहियों को घर पहुंचाकर सूखा राशन बांटा जा रहा है. अब स्वास्थ्य एवं पोषण दिवस के तहत दोपहर का गरम पका भोजन हितग्राहियों को देने के लिए आंगनबाड़ी केन्द्रों को खोला गया है.
दंतेवाड़ा में कोरोना महामारी के बीच घर-घर पौष्टिक आहार पहुंचा रहीं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता
धमतरी जिले के ग्रामीण अंचलों में सभी आंगनबाड़ी केंद्र शुरू कर दिए गए हैं. इस दौरान स्वास्थ्य, पोषण दिवस और पूरक पोषण आहार के तहत दोपहर का गरम भोजन दिया जा रहा है. बताया जा रहा है कि फिलहाल राज्य शासन के निर्देश पर धमतरी नगर निगम क्षेत्र के आंगनबाड़ी केंद्र नहीं खोले गए हैं. वहीं जिन आंगनबाड़ी केंद्र क्षेत्र में संक्रमित मरीज होंगे, वहां इसे नहीं खोला जा रहा है.
वहीं आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने बताया कि गर्म पका भोजन देने के पहले कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका मास्क लगाने सहित सोशल डिस्टेंसिंग के अलावा खाने के पहले बच्चों का साबुन से हाथ धुलवा रहे हैं. उन्होंने बताया कि दोपहर 12 से 2 बजे तक इन बच्चों के आने-जाने का समय निर्धारित किया गया है. हालांकि जिले के कुछ ही आंगनबाड़ी केन्द्रों में शुरुआत के समय कुछ दिक्कतें आईं, लेकिन अधिकांश स्थानों पर आंगनबाड़ी केंद्र खोल दिए गए हैं, जहां बच्चों को पोषण आहार मिल रहा है. वही आंगनबाड़ी खुलने से बच्चे बेहद खुश हैं.