धमतरी: 20 नवंबर को धमतरी भारतीय जनता पार्टी के नए जिला अध्यक्ष का ऐलान कर दिया जाएगा. जिले में भाजपा जिला अध्यक्ष चुनाव के लिए अब सिर्फ 24 घंटे ही बचे हैं, ऐसे में सभी के मन में ये सवाल है कि आखिर अब 4 साल बाद कौन धमतरी की बीजेपी का नेतृत्व करेगा.
बता दें कि जिले की सियासत में बीजेपी का जिला अध्यक्ष होना बेहद महत्वपूर्ण है. फिलहाल वर्तमान अध्यक्ष इस मौके पर अपनी उपलब्धियां गिना रहे हैं, तो संभावित अध्यक्ष के दावेदार आने वाली चुनौतियों के बारे में बात कर रहे हैं.
बीजेपी का होगा सातवां जिला अध्यक्ष चुनाव
1996 में जब से धमतरी जिला बना है उसके बाद ये बीजेपी का सातवां चुनाव होगा. बीते 6 अध्यक्षों में 3 कुरूद विधानसभा से और 3 धमतरी विधानसभा से रहे हैं.
वैसे अध्यक्ष किसी भी विधानसभा का रहे पर ये माना जाता है कि पिछले पांच बार अध्यक्ष के पद पर पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर की पसंद हावी रही है. ये बात और है कि बीजेपी अपने अध्यक्ष की चुनाव प्रक्रिया को लोकतांत्रिक बताती है.
15 साल से सत्ता में थी बीजेपी
इस बार भी चर्चा है कि नाम तय हो चुके हैं. बस उसकी घोषणा करने की औपचारिकता बाकी है, वैसे इस बार जो भी अध्यक्ष बनेगा उसके सामने सबसे पहली चुनौती आगामी निकाय और पंचायत के चुनाव होंगे.
15 वर्षों से छत्तीसगढ़ की सत्ता पर बैठी रही बीजेपी अब विपक्ष की भूमिका में हैं. इसलिए भाजपा के कार्यकर्ता चाहते हैं कि धमतरी जिले में ऐसे व्यक्ति को जिलाध्यक्ष बनाया जाए, जो कार्यकर्ताओं का सम्मान करने के साथ नेतृत्व क्षमता से परिपूर्ण हो और सभी को एकजुट कर सशक्त विपक्ष की भूमिका निभाने का माद्दा रखता हो.
कई पुराने दिग्गज भी दौड़ में शामिल
बीजेपी में चर्चा है कि इस बार जिलाध्यक्ष के लिए धमतरी के पूर्व विधायक इंदर चोपड़ा, सिहावा के पूर्व विधायक श्रवण मरकाम, महिला मोर्चा की पूर्व जिलाध्यक्ष पार्वती वाधवानी, पूर्व जिलाध्यक्ष निरंजन सिन्हा, शशि पवार, कालिदास सिन्हा, कविन्द्र जैन, भानू चंद्राकर, नागेन्द्र शुक्ला, शिवप्रताप ठाकुर का नाम चल रहा है. दयाराम साहू और निगम सभापति को भी दावेदार बताया जा रहा है.