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बाल दिवस पर डेढ़ घंटे देरी से आए मंत्री, दिव्यांगों ने भूखे-प्यासे किया इंतजार - धमतरी

बाल दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में मंत्री अनिला भेड़िया और आबकारी मंत्री कवासी लखमा शामिल हुए. मंत्रियों की लेटलतीफी से दिव्यांग बच्चों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा.

दिव्यांग बच्चों ने भूखे-प्यासे किया इंतजार
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Published : Nov 14, 2019, 11:30 PM IST

Updated : Nov 15, 2019, 6:42 AM IST

धमतरी : बाल दिवस पर मंत्रियों की लेटलतीफी दिव्यांग बच्चों के लिए सजा बन गई. दिव्यांगों के सहायक उपकरण वितरण कार्यक्रम में दूर-दराज से दिव्यांग बच्चे पहुंचे थे, जिन्हें 4 घंटे तक मंत्रियों का इंतजार करना पड़ा. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर महिला और बाल विकास मंत्री अनिला भेड़िया और आबकारी मंत्री कवासी लखमा शामिल हुए.

दिव्यांग बच्चों ने भूखे-प्यासे किया इंतजार

बच्चों ने चार घंटे किया इंतजार

बता दें कि मंत्रियों के हाथों उपकरण दिलवाने समाज कल्याण विभाग ने तमाम हितग्राहियों को सुबह से आने को कहा. लिहाजा हितग्राही सुबह 10 बजे तक मौके पर पहुंच गए. मुख्य अतिथियों को 1 बजे पहुंचना था, लेकिन वे तय समय से डेढ़ घंटे देर से पहुंचे. इस तरह दिव्यांगों को करीब 4 घंटे तक इंतजार करना पड़ा.

पढ़ें :लखमा का विवादित बयान, हेमा मालिनी के गालों से की सड़क की तुलना

मंत्री लखमा ने मांगी माफी

इस दौरान दिव्यांग बच्चें घंटों से भूखे-प्यासे रहे. ETV भारत ने जब इस मामले में महिला बाल विकास मंत्री से संवेदनशीलता का सवाल उठाया, तो उनका दो टूक जवाब आया कि देर तो होती रहती है. हालांकि मंत्री कवासी लखमा ने अपनी तरफ से देरी के लिए माफी जरूरी मांगी.

धमतरी : बाल दिवस पर मंत्रियों की लेटलतीफी दिव्यांग बच्चों के लिए सजा बन गई. दिव्यांगों के सहायक उपकरण वितरण कार्यक्रम में दूर-दराज से दिव्यांग बच्चे पहुंचे थे, जिन्हें 4 घंटे तक मंत्रियों का इंतजार करना पड़ा. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर महिला और बाल विकास मंत्री अनिला भेड़िया और आबकारी मंत्री कवासी लखमा शामिल हुए.

दिव्यांग बच्चों ने भूखे-प्यासे किया इंतजार

बच्चों ने चार घंटे किया इंतजार

बता दें कि मंत्रियों के हाथों उपकरण दिलवाने समाज कल्याण विभाग ने तमाम हितग्राहियों को सुबह से आने को कहा. लिहाजा हितग्राही सुबह 10 बजे तक मौके पर पहुंच गए. मुख्य अतिथियों को 1 बजे पहुंचना था, लेकिन वे तय समय से डेढ़ घंटे देर से पहुंचे. इस तरह दिव्यांगों को करीब 4 घंटे तक इंतजार करना पड़ा.

पढ़ें :लखमा का विवादित बयान, हेमा मालिनी के गालों से की सड़क की तुलना

मंत्री लखमा ने मांगी माफी

इस दौरान दिव्यांग बच्चें घंटों से भूखे-प्यासे रहे. ETV भारत ने जब इस मामले में महिला बाल विकास मंत्री से संवेदनशीलता का सवाल उठाया, तो उनका दो टूक जवाब आया कि देर तो होती रहती है. हालांकि मंत्री कवासी लखमा ने अपनी तरफ से देरी के लिए माफी जरूरी मांगी.

Intro:बाल दिवस के दिन धमतरी में मंत्रियों की लेटलतीफी दिव्यांग बच्चो के लिये सजा बन गई.दिव्यांगों के सहायक उपकरण वितरण के सरकारी कार्यक्रम में दूर दराज से आए दिव्यांग बच्चो को गर्मी में भूख के साथ 4 घंटे तक मंत्रियों का इंतजार करना पड़ा.दोनो मंत्री निर्धारित कार्यक्रम से डेढ़ घंटे लेट पहुँचे इस वजह से मंत्रियों के कारण दिव्यांगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा.

Body:बाल दिवस हर साल बच्चो के लिये मनाया जाता है धमतरी में इस मौके पर समाज कल्याण विभाग ने एक अच्छा आयोजन किया जिसमें दिव्यांग बच्चो और लोगो को सहायक उपकरण बांटा जाना था.यह एक सरकारी आयोजन था जिसके मुख्य अतिथि महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिला भेड़िया और आबकारी मंत्री कवासी लखमा थे.मंत्रीयो के हाथो उपकरण दिलवाने समाज कल्याण विभाग ने तमाम हितग्राहियो को सुबह से आने को कहा.लिहाजा सारे लोग सुबह 10 बजे तक मौके पर पहुंच गए.मुख्य अतिथियो को कायदे से 1 बजे पहुंच जाना था लेकिन वो तय समय से डेढ़ घंटे देर से आए.इस तरह से दिव्यांगो को करीब 4 घंटे तक इंतजार करना पड़ा.कार्यक्रम में इस बीच बच्चो के लिये न ठीक से खाने का कुछ था न गर्मी का कोई उपाय किया गया. बच्चो के पालको ने बताया ये देर किसी सजा से कम नहीं है.

एक तरफ भूखे दिव्यांग बच्चे दूसरी तरफ जैसे ही मंत्री आए उनके लिये काजू किशमिश के साथ शानदार स्वादिष्ट नाश्ता परोसा गया.बच्चो का नृत्य देखते हुए दोनो मंत्री स्वाद ले लेकर खाते रहे.हमने जब इस मामले में महिला बाल विकास मंत्री से संवेदनशीलता का सवाल उठाया तो उनका दो टूक जवाब आया कि देर तो होते रहती है.हालाकि मंत्री कवासी लखमा ने अपनी तरफ से देर के लिये माफी जरूरी मांगी.

Conclusion:बहरहाल जिन्हे प्रकृति ने ही आजीवन दर्द के साथ जीवन दिया हो.ऐसे दिव्यांगो के लिये शासन के मंत्रीयो से अतिरिक्त संवेदना की अपेक्षा रहती है लेकिन अनिला भेड़िया का जवाब हकीकत समझने के लिये काफी है.

बाईट_01 हितग्राही दिव्यांग(व्हील चेयर में बैठा)
बाईट_02 सोहन साहू,पालक(बुजुर्ग)
बाईट_03 अनिला भेड़िया, मंत्री छग शासन
बाईट_04 कवासी लखमा, मंत्री छग शासन

रामेश्वर मरकाम,ईटीवी भारत,धमतरी
Last Updated : Nov 15, 2019, 6:42 AM IST
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