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धमतरी: RTO कार्यालय में फाइल रखने तक की नहीं है जगह, नये भवन के लिए पास नहीं हो रहा नक्शा - RTO भवन धमतरी

धमतरी के RTO कार्यालय की दीवारों पर जंगली बेलें फैली हुई है. जिससे यहां काम करने वाले सरकारी कर्मचारियों के साथ यहां आने वाले लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

RTO कार्यालय में फाइल रखने तक की नहीं है जगह
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Published : Sep 20, 2019, 1:11 PM IST

धमतरी: जिला परिवहन कार्यालय का जर्जर भवन इन दिनों यहां काम करने वाले कर्मचारियों के साथ आम लोगों के लिए परेशानियों का सबब बन चुका है. कार्यालय की दीवारें और छत सीलन से भीगी रहती है. इसके कारण दीवारों पर जंगली बेलें फैली गई है. जिससे जहरीले कीड़े का डर बना रहता है.

RTO कार्यालय में फाइल रखने तक की नहीं है जगह

कार्यालय का भवन 2005 में बना था. जो आज 14 सालों मे पूरी तरह जर्जर हो चुका है. दफ्तर के अंदर जगह की इतनी कमी हो गई है कि फाइलों को बोरो में भरकर रखना पड़ा रहा है. फाइलों के बोझ से रेक और आलमारियां चरमरा रही है. टेबल और कंप्यूटर को जैसे-तैसे रखकर सारे काम निपटाये जा रहे हैं.

पढ़ें : बिलासपुर : सड़क हादसे में दो की मौत, एक ने इलाज के दौरान तोड़ा दम

जिला परिवहन अधिकारी गौरव साहू ने कहा कि कार्यालय में फाइलों के लिए अब जगह नहीं बची है. शासन ने कार्यालय के लिए जमीन स्वीकृत कर दी है और फिलहाल कार्यालय के नक्शे का काम चल रहा है.

समस्याओं का गढ़ है यह RTO कार्यालय
⦁ दफ्तर के बाहर चारों तरफ कीचड़ और गंदे पानी के गड्ढे हैं. जिससे आम जनता को परेशानियां हो रही है.
⦁ कार्यालय में शौचालय तक नहीं है. यहां के कर्मचारियों के लिए यह बड़ी समस्या है.
⦁ शासन ने कार्यालय के लिए जगह तो दे दी है, लेकिन नक्शा पास नहीं हो पा रहा है.
⦁ कार्यालय के अंदर सफाई पर कोई ध्यान नहीं दिया जाता है.

धमतरी: जिला परिवहन कार्यालय का जर्जर भवन इन दिनों यहां काम करने वाले कर्मचारियों के साथ आम लोगों के लिए परेशानियों का सबब बन चुका है. कार्यालय की दीवारें और छत सीलन से भीगी रहती है. इसके कारण दीवारों पर जंगली बेलें फैली गई है. जिससे जहरीले कीड़े का डर बना रहता है.

RTO कार्यालय में फाइल रखने तक की नहीं है जगह

कार्यालय का भवन 2005 में बना था. जो आज 14 सालों मे पूरी तरह जर्जर हो चुका है. दफ्तर के अंदर जगह की इतनी कमी हो गई है कि फाइलों को बोरो में भरकर रखना पड़ा रहा है. फाइलों के बोझ से रेक और आलमारियां चरमरा रही है. टेबल और कंप्यूटर को जैसे-तैसे रखकर सारे काम निपटाये जा रहे हैं.

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जिला परिवहन अधिकारी गौरव साहू ने कहा कि कार्यालय में फाइलों के लिए अब जगह नहीं बची है. शासन ने कार्यालय के लिए जमीन स्वीकृत कर दी है और फिलहाल कार्यालय के नक्शे का काम चल रहा है.

समस्याओं का गढ़ है यह RTO कार्यालय
⦁ दफ्तर के बाहर चारों तरफ कीचड़ और गंदे पानी के गड्ढे हैं. जिससे आम जनता को परेशानियां हो रही है.
⦁ कार्यालय में शौचालय तक नहीं है. यहां के कर्मचारियों के लिए यह बड़ी समस्या है.
⦁ शासन ने कार्यालय के लिए जगह तो दे दी है, लेकिन नक्शा पास नहीं हो पा रहा है.
⦁ कार्यालय के अंदर सफाई पर कोई ध्यान नहीं दिया जाता है.

Intro:वैसे तो कार्यालयो में समस्या का समाधान किया जाता है लेकिन धमतरी का जिला परिवहन कार्यालय खुद एक समस्या बन चुका है.2005 में बना ये भवन आज बेहद जर्जर हालत में है.दफ्तर की दीवारे और छत सीलन से भीगी पड़ी है.इन दीवारो पर जंगली बेलें फैली हुई है.साफ है कि यहां सफाई पर कोई ध्यान नहीं दिया जाता.दफ्तर के अंदर जगह इतनी तंग है कि फाईलो को बोरो में भर के कमरों में रखना पड़ा है.फाईलो के बोझ से रेक और आलमारियां चरमरा रही है.इन्ही के बीच टेबल और कंप्यूटर को एडजस्ट कर के कामकाज निपटाया जाता है.

Body:दफ्तर के बाहर कीचड़ और गंदे पानी के गड्ढे चारो तरफ है.इस कार्यालय में शौचालय तक नहीं है जिससे महिलाओ के लिये बड़ी समस्या कई गुना बढ़ जाती है जो लोग यहां किसी काम के लिये आते है उन्हे तो समस्या होती ही है.अधिकारी और कर्मचारी भी परेशान है यहां से लगातार शासन को नये कार्यालय के लिये पत्र लिखा जा रहा है.शासन ने जगह तो दे दी है लेकिन नक्शा पास नहीं हो पा रहा है.

Conclusion:बता दें कि इस दफ्तर से रोजाना सरकार के खजाने में बड़ा राजस्व जमा होता है.चाहे वो नई गाड़ियो का पंजीयन हो,लायसेंस का नवीनी करण हो या फिटनेस करवाना हो.दफ्तर के बाहर लगी भीड़ से इसका अंदाजा लगाया जा सकता है.लोगो के ये समझ नहीं आता कि जिस विभाग से सरकार को भारी राजस्व मिलता है कि आखिर उस कमाउ पूत की सेहत पर ध्यान क्यों नहीं दिया जाता है.

बाईट_ देवेन्द्र जैन,स्थानीय
बाईट_गौरव साहू, जिला परिवहन अधिकारी

रामेश्वर मरकाम,ईटीवी भारत,धमतरी
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