धमतरी: शहर नशीली दवाईयों के कारोबार का अब हब बनते जा रहा है. ऐसा इसलिए क्योंकि बीते कुछ महीनों में यहां नशीली दवाईयों से जुड़े कई केस सामने आए है. पुलिस ने भी बड़ी मात्रा में नशीली दवाईयों का जखीरा भी बरामद किया था. हालांकि नशीली दवाईयों के ब्रिकी पर पुलिस ने लगातार एक के बाद एक कार्रवाई की, लेकिन कुछ दिनों बाद यह मामला ठंडे बस्ते में चला गया. यही वजह है कि अब यह कारोबार शहर में फिर से पनपने लगा है और धमतरी से होकर अन्य जिलों में फैलने लगा है. जिसका उदाहरण दुर्ग पुलिस की कार्रवाई से पता चलता है.
जिले में लगातार नशीली दवा के कारोबारी पकड़े जा रहे है. बीते दिनों दुर्ग कोतवाली पुलिस ने जोधापुर निवासी श्याम सेन के घर दबिश देकर नशीली दवा का जखीरा जब्त किया है. दरअसल दुर्ग पुलिस ने पहले दुर्ग में ही 2 एजेंटों सुरेंद्र सिंह उर्फ अप्पू और सागर पांडे को पकड़ा था. इनसे नशीली दवाएं जब्त किया था. पूछताछ में धमतरी के सप्लायर का पता मिला. जिस पर दुर्ग पुलिस ने शहर में आकर छापामार की और तकरीबन 20 लाख की नशीली दवाईयों का जखीरा पकड़ा.
दुर्ग पुलिस ने जांच में पाया कि धमतरी से दवाओं की खेप दुर्ग, राजनांदगांव, बालोद, रायपुर तक सप्लाई की जा रही थी. इसके बाद एजेंट बाइक में फेरी लगाकर ग्राहकों तक 2 गुना दाम में नशीली टेबलेट और सिरप की बोतल उपलब्ध करा रहे थे. यह प्रतिबंधित दवाई कार और बस के जरिए से धमतरी से सप्लाई होती थी.
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धमतरी पुलिस ने भी नशीली दवाईयों की ब्रिकी के मामले में कार्रवाई कर चुकी है. बीते महीने 8 जुलाई को आमातालाब रोड इंदिरा नगर धमतरी के पास गौतम उर्फ गोलू राजपूत अवैध रूप से प्रतिबंधित दवाइयों की बिक्री करते पकड़ा था. इसी तरह 10 जुलाई को ही कोतवाली पुलिस ने रुद्री रोड सेंट मैरी स्कूल के पास घनेंद्र कुमार देवांगन नामक व्यक्ति मोटरसाइकिल में प्रतिबंधित नशीली दवाइ बरामद की गई थी.
इसी प्रकार दूसरे मामले में सिहावा रोड फॉरेस्ट रेस्ट हाउस के पास मोटरसाइकिल से बिक्री करने आ रहे रायपुर निवासी संतोष मखीजा प्रतिबंधित नशीली दवाईयों के साथ पकड़े गए थे. इन आरापियों के पास पुलिस ने बड़ी मात्रा में नशीली दवाईयां बरामद किया था.
धमतरी एसपी प्रफुल्ल ठाकुर का कहना है कि दुर्ग पुलिस के साथ मिलकर इसकी पड़ताल कर रहे हैं. आखिर इतने पैमाने पर नशीली दवाईयां कैसे आरोपियों को कहां से मिली. वहीं पुलिस कुछ मेडिकल संचालकों पर भी संदेह जता रही है. इसके साथ ही पूर्व में किए गए कार्रवाईयो के लिंक से इस कारोबार से जुड़े लोगों तक पहुंचने की कोशिश कर रही है.
बहरहाल बड़ी मात्रा में धमतरी से नशीली दवाओं की सप्लाई का खुलासा होने के बाद जिले के पुलिस सतर्क हो गई है. वहीं अपने खुफिया तंत्र मजबूत करने में भी जुट गई है. ऐसे में अब देखना होगा कि आने वाले दिनों में इन कारोबारियों तक पुलिस के हाथ पहुंच पाती है या नहीं.