धमतरी: धमतरी नगर निगम अपने कामकाज को लेकर अक्सर बखेड़े में रहती है. अब कचरा डंपिंग को लेकर निगम फिर विवादों में है. धमतरी शहर के 40 वार्डों का कचरा उठाकर ट्रेंचिंग ग्राउंड में डालना और इसका निष्पादन करना, ये काम निगम का है. इसके लिए प्रॉपर निजी कंपनी को ठेका भी दिया जा चुका है. फिर भी शहर का कचरा शहर के बीच में ही डंप किया जा रहा है. कचरे की बदबू से आसपास के लोगों को काफी परेशानी हो रही है.
सरकारी जगह पर कचरा डंपिंग: दरअसल, धमतरी शहर के प्रमुख सरकारी कार्यालय कचहरी, बीएसएनल ऑफिस, डाकघर और सदर बाजार के बीच एक सरकारी जगह खाली पड़ा है. इस जगह पर अवैध रूप से कचरा डंपिंग किया जा रहा है. यहां खाई जैसा जगह कचरा डंपिंग के कारण पट चुका है. शहर के बीचो-बीच इस कचरे के ढेर के कारण लोग बदबू से परेशान हैं.
अधिकारी मामले से झाड़ रहे पल्ला: आसपास रहने वाले लोगों का जीना मुश्किल हो गया है. हैरानी की बात है कि खुले आम ये मनमानी चल रही है. शहर के जिम्मेदार लोग और निगम को इस बात की जानकारी है. बावजूद इसके वो कोई ठोस कदम नहीं उठा रहे हैं. इस बारे में ईटीवी भारत ने निगम के कमिश्नर से पूछताछ की तो पता चला कि उन्हें इस बात की जानकारी है लेकिन वो जांच के बाद कार्रवाई की बात कहकर मामले से पल्ला झाड़ने की कोशिश कर रहे हैं. इससे साफ पता चलता है कि अधिकारी मामले में अनदेखी कर रहे हैं.
स्थानीय लोगों को हो रही परेशानी: इस मामले में कचरा उठाने वाले गाड़ियों के ड्राइवर और उनके हेल्पर से पूछताछ तक नहीं की गई. जांच की दिशा में कोई काम ही नहीं किया गया. ऐसे में शहरवासियों को कचरे की बदबू और गंदगी से हर दिन जद्दोजहद करना पड़ रहा है.