धमतरी: आए दिन सुर्खियों में रहने वाला नगर निगम धमतरी एक बार फिर सुर्खियों में है. ताजा मामला सरकारी स्कूल में वॉल पेंटिंग के टेंडर का है. बताया जा रहा है कि जो काम 6 महीने पहले हो चुका है, उसका टेंडर निगम ने अभी जारी किया है. ऐसे में यह टेंडर विवादों में फंसता नजर आ रहा है. अब इस मुददे पर विपक्ष निगम प्रशासन की कार्यप्रणाली को लेकर सवाल उठा रहा है.
विपक्ष ने आरोप लगाया है कि शहर के रिसाईपारा पश्चिम वार्ड स्थित नत्थूजी जगताप म्युनिसिपल स्कूल में स्मार्ट क्लास निर्माण और पेंटिंग कार्य 6 महीने पहले ही करा लिया गया है, लेकिन इसकी निविदा हाल ही में निकाली गई है. इसके मुताबिक स्कूल में 10 लाख 5 हजार रूपये की लागत से वॉल पेटिंग सहित गार्डनिंग और कई काम किए जाने हैं. विपक्ष का कहना है कि निगम में अधिकारी कर्मचारियों पर कोई अंकुश नही है, जिसके कारण यहां के अधिकारी-कर्मचारी मनमानी पर उतर आए हैं. यही वजह है कि चंद महीने में भ्रष्टाचार उजागर होने लगा है.
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'स्मार्ट क्लास के लिए निकाला गया टेंडर'
इधर इस मामले में आयुक्त ने सफाई देते हुए कहा है कि जो टेंडर निकाली गई है, वह स्मार्ट क्लास के लिए निकाली गई है और स्कूल के दूसरे हिस्सों में कराया जाना है. उन्होंने कहा है कि अगर पहले से कुछ हिस्सों में काम कराया जा चुका है, तो उनका भुगतान नही किया जाएगा. बहरहाल टेंडर का यह मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है और विपक्ष अब इस मुद्दे पर सत्तापक्ष को घेरने की तैयारी में है.