धमतरी: नगर निगम टैक्स वसूली के मामले में पीछे रहने का अपना रिकॉर्ड कायम रखे हुए हैं. वित्तीय वर्ष खत्म होने में करीब तीन माह ही बाकी है. लेकिन अभी भी लगभग 47 फीसदी कर वसूली नहीं हो पाई है. कर वसूली के लिए बीच-बीच में अभियान जरूर चलाए गए. लेकिन ज्यादा आउटपुट हाथ नहीं आया. अभी भी धमतरी नगर निगम क्षेत्र में संपत्ति कर, समेकित कर, जल कर, दुकानों का किराया, निर्यात कर, यूजर चार्ज जैसे विषयों में लंबा चौड़ा किराया लेना बाकी है.
446 करोड़ की वूसली बाकी: जहां तक आंकड़ों की बात करें तो 795 करोड़ रुपए की वसूली की जानी है. अब तक सिर्फ 349 करोड़ रुपए ही वसूला जा चुका है. अब नगर निगम के वसूली परफॉर्मेंस को देखते हुए यह मानना मुश्किल है कि बचे हुए समय में बाकी रकम की वसूली हो पाएगी. इस मामले में नगर निगम का खराब प्रबंधन तो कारण है ही, आम लोगों का टैक्स देने में रुचि नहीं लेना या उससे बचने की कोशिश में रहना यह भी एक बड़ा कारण है.
कर्मचारियों को चेतावनी कर धारकों से अपील: टैक्स वसूली को 100 फीसदी पूरा करने के लिए नगर निगम की तत्परता के साथ-साथ जनता की जागरूकता भी उतनी ही जरूरी है. इस मामले में नगर निगम के डिप्टी कमिश्नर पीसी सार्वा ने कहा कि आचार संहिता और चुनाव ड्यूटी के चलते अधिकारी कर्मचारी व्यस्त थे. सभी को सख्त निर्देश दिया गया है कि जल्द से जल्द टैक्स वसूली करें. निगम ने वूसली नहीं करने पर कर्मचारियों के वेतन से कटौती करने की चेतावनी भी दी है. नगर निगम के उपायुक्त ने अपील किया है कि जितने भी कर धारक हैं वह समय रहते अपना टैक्स अदा कर दें. ऐसा नहीं करने पर उनके खिलाफ कार्यवाही होगी, जिसके लिए वो खुद जिम्मेदार होंगे.