धमतरी: जिले में अब पंचायत सदस्यों को दिए जाने वाले 15वें वित्त आयोग की राशि का उपयोग गौठानों (gauthan) में किया जाएगा. जिसके लिए जिला पंचायत सदस्यों ने अपनी सहमति दे दी है. इस फंड से गौठानों की कमियों को दूर किया जाएगा, साथ ही विभिन्न प्रकार के नवाचार भी किए जा जाएंगे, ताकि यहां महिला समूहों को काम मिल सके और महिलाएं आर्थिक रूप से सशक्त और आत्मनिर्भर हो सकें.
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धमतरी में ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं को आजीविका से जोड़कर आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रशासन कई तरह के प्रयास कर रहा है. जिला प्रशासन के प्रयास से गौठान में कई तरह के नवाचार कर महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाया जा रहा है. महिलाएं जैविक खाद के अलावा गोबर से बने खाद से ऑर्गेनिक सब्जियां भी उगाकर उन्हें बेच कर अच्छी कमाई कर रही हैं.
समूह की महिलाएं बनेंगी आत्मनिर्भर
जिला पंचायत सदस्य कविता बाबर ने बताया कि 'नरवा गरवा घुरवा बारी' (Narva Garva Ghurva Bari) के तहत 15वें वित्त आयोग से राशि का आवंटन किया गया है. जिसे गौठानों के विकास और समृध्दि के लिए उपयोग किया जाएगा. जिला कलेक्टर ने बताया कि 'गोधन न्याय योजना' के तहत गौठान शासन की महत्वपूर्ण योजना है, जहां बड़ी संख्या में महिला समूह की महिलाएं काम करती हैं.
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जिले के पंचायत सदस्य निधि से सदस्यों के सहयोग के साथ-साथ गौठानों में शेड सहित अन्य काम किए जा सकते हैं. इससे महिलाओं की आमदनी बढ़ सकती है. जिसके लिए जिला पंचायत सदस्यों ने राशि गौठान के उपयोग के लिए सहमति दे दी है. बहुत जल्द इन राशियों से गौठानों में विभिन्न तरह के कार्य कराए जाएंगे.