धमतरी: रोजगार की तलाश में दूसरे राज्य गए मजदूर वापस अपने जिले लौट रहे हैं. इसे देखते हुए जिला प्रशासन ने पूरी तैयारी में कर ली है. जिले अब तक 50 से ज्यादा मजदूर लौट चुके हैं. जिन्हें क्वॉरेंटाइन सेंटर शिफ्ट किया गया है. वहीं अब भी करीब 900 मजदूर अन्य राज्यों में फंसे हुए है जिन्हें वापस लाने की कोशिश की जा रही है.
कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम और बचाव के लिए धमतरी जिले से दूसरे राज्यों में कमाने गए मजदूरों को वापस लाया जा रहा है. ये मजदूर ट्रेन या अन्य साधनों के जरिए वापस आ रहे हैं. इन मजदूरों को धमतरी जिले में लाकर उनके तहसीलों में बने क्वॉरेंटाइन सेंटरों तक पहुंचाया जा रहा है.
कोरोना वायरस से बचाव के लिए सक्रिय निगरानी रखी जा रही है. मजदूरों की जांच किए जाने के साथ ही 14 दिनों तक ग्राम पंचायतों के शासकीय भवनों में क्वॉरेंटाइन किया जा रहा है. इस दौरान मजदूरों सहित अन्य लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण समेत रहने खाने की व्यवस्था सुनिश्चित कर निगरानी की जा रही है.
398 क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाए गए
बता दें कि जिले में विकासखंड स्तरीय, ग्राम पंचायतवार 398 क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाए गए है. इनमें धमतरी विकासखंड में 97, कुरूद विकासखंड में 126, मगरलोड विकासखंड में 66 और नगरी विकासखंड में 109 क्वॉरेंटाइन सेंटर शामिल है. क्वॉरेंटाइन सेंटरों का निरीक्षण करने के लिए 65 जोन अधिकारी नियुक्त किए गए हैं. इनमें धमतरी विकासखंड में 12, कुरूद विकासखंड में 26, मगरलोड विकासखंड में 13 और नगरी विकासखंड में 14 जोन अधिकारी नियुक्त हैं.
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स्वास्थ्य विभाग की 8 टीम सक्रिय
बहरहाल, अधिक संक्रमण वाले राज्यों से धमतरी आने वाले मजदूरों को चिन्हित करने के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से 8 टीम सक्रिय है, जो मजदूरों को चिन्हांकित कर उनका नाम, पता, मोबाइल नंबर सहित किस माध्यम से और कब जिले में प्रवेश कर रहे हैं ये तमाम जानकारी एकत्र कर रही है.