धमतरी: शुक्रवार को चंद्रयान-3 लॉन्च हुआ है. पूरे देश के लोग ISRO को अलग-अलग तरीके से बधाई दे रहे हैं. छत्तीसगढ़ के धमतरी से भी इसरो को यूनिक तरीके से बधाई दी गई है. यहां एक माइक्रो आर्टिस्ट ने पेंसिल की नोंक पर ढाई सेंटीमिटर में चंद्रयान-3 की कलाकृति तैयार की है. अपने इस यूनिक कलाकृति को आर्टिस्ट ने इसरो को बधाई देने के लिए तैयार किया है.
गोल्डन बुक ऑफ रिकॉर्ड का अवॉर्ड भी मिला: दरअसल, माइक्रो आर्टिस्ट भानुप्रताप कुंजाम धमतरी के वनांचल क्षेत्र के रहने वाले हैं. भानुप्रताप नगरी ब्लॉक में पड़ने वाले मुकुन्दपुर गांव के वह निवासी हैं. अपने यूनिक कलाकृति के कारण भानुप्रताप को गोल्डन बुक ऑफ रिकॉर्ड का अवॉर्ड भी मिल चुका है. भानुप्रताप अक्सर समसामयिक घटनाओं को लेकर पेंसिल और चॉक पर कलाकारी करते रहते हैं. भानुप्रताप की मानें तो अब तक उन्होंने पेंसिल और चॉक पर सैंकड़ो कलाकृति तैयार कर चुके हैं.
पेंसिल और चॉक पर मैं सैकड़ों कलाकृति बना चुका हूं. मुझे गोल्डन बुक ऑफ रिकॉर्ड का अवार्ड भी मिला है. चंद्रयान-3 की प्रतिमा पेंसिल की नोंक पर मैंने तैयार किया है. इसकी लंबाई लगभग ढाई सेंटीमीटर है और यान की लंबाई लगभग 7 मिलीमीटर है.इसके जरिए मैं इसरो के वैज्ञानिक एस सोमनाथन और उनकी टीम को बधाई देता हूं. -भानुप्रताप कुंजाम, माइक्रो आर्टिस्ट
हर कलाकृति अपने आप में खास: बता दें कि भानुप्रताप ने शिवलिंग, भगवान राम की प्रतिमा सहित कई कलाकृति को पेंसिल की नोंक पर और चॉक पर उकेरा है. हर कलाकृति अपने आप में काफी खास है. यही कारण है कि समय-समय पर भानुप्रताप को सामाजिक कार्यक्रम में बुलाकर सम्मानित किया जाता है. भानुप्रताप की कलाकृति की लोग काफी तारीफ करते हैं. भानुप्रताप जैसे माइक्रो आर्टिस्ट को अच्छे प्लेटफॉर्म की जरूरत है.