धमतरी : जिले के जोरातराई गांव में रहने वाला धनेश दृष्टिहीन है, लेकिन बिना किसी मदद के अपने सारे काम बखूबी कर लेता है. धनेश एक इलेक्ट्रीशियन है, लेकिन शासन से मदद नहीं मिलने के कारण गरीबी से बेहाल है और दृष्टिहीन होने के बाद भी खुद कमाकर जीवन यापन करने को मजबूर है.
धनेश के माता-पिता अब इस दुनिया में नहीं है. एक बहन है जिनकी भी शादी हो चुकी है. लिहाजा धनेश घर पर अकेले ही रहते हैं. खाना बनाने से लेकर बर्तन धोने तक का सारा काम खुद ही करता है. बिजली से लेकर पंखा, कूलर समेत कई चीजों को बनाता है, जिसके लिए ग्रामीण इसका तारफ करते नहीं थकते.
पंचायत की ओर से की जी रही मदद
वहीं ग्रामीणों को कहना है कि गरीबी परिस्थिति में जी रहे इस दिव्यांग को हालांकि पंचायत की ओर शासकीय योजनाओं का लाभ दिया जा रहा है, लेकिन दिव्यांग धनेश को अगर प्रशासनिक मदद मिले तो वह और भी आगे बढ़ सकता है.