धमतरी: गर्मी अभी ठीक से शुरू नहीं हुई है लेकिन तालाबों का पानी सूखने लगा है. ज्यादातर तालाब सुख कर मैदान हो गए हैं. शहर के सोरिद वार्ड में एक तालाब की खुदाई को लेकर अब विवाद खड़ा हो गया है. वार्डवासियों की मांग पर पार्षद ने महापौर की अनुमति से तालाब की खुदाई शुरु करवा दी. खुदाई के एवज में ठेकेदार तालाब की मिट्टी लेकर बेच रहा था. इस आरोप को लेकर अब स्थानीय कांग्रेस नेताओं ने आपत्ति उठा दी है. कांग्रेस ने इस खुदाई को जहां अवैध बताया और सरकार को रॉयल्टी का चूना लगाने का आरोप लगाया है, वहीं ग्रामीण इस काम को जनहित का काम बता रहे हैं. इसी बात पर कांग्रेसियों और ग्रामीणों में जमकर विवाद हुआ. इस पूरे मामले में धमतरी महापौर ने कहा है कि फंड नहीं होने के कारण पार्षद को अपने स्तर पर खुदाई की अनुमति दी गई है.
दरअसल धमतरी जिले में तालाब सौंदर्यीकरण को लेकर निगम ने सपना तो संजोया ही है. लेकिन फंड के अभाव में यह सपना सच नहीं हो पा रहा है. गर्मी का मौसम शुरू हो गया है और तालाबों का पानी सूखने लगा है. धमतरी के ज्यादातर तालाब मैदान की तरह समतल हो गए हैं. ऐसे में वार्ड के लोगों ने भविष्य को देखते हुए पानी की समस्या न हो इसके लिए तालाबों की गहरीकरण और तालाबों में पानी भरने की मांग अपने वार्ड पार्षदों से की है. जिसके चलते महापौर से अनुमति लेकर धमतरी जिले के सोरिद वार्ड पार्षद ने तलाब में गहरीकरण का काम शुरू कर दिया.
कांग्रेस नेताओं ने रुकवाया काम
मामले में अब राजनीतिक गरमा गई है. कांग्रेसी नेताओं ने मौके पर पहुंचकर काम रुकवा दिया. उनका आरोप है कि तलाब में चैन माउंटेन से खुदाई की जा रही है. तालाब की मिट्टी को बेचा जा रहा है. इस आरोप पर वार्ड पार्षद ने कहा कि उन्होंने महापौर से बकायदा अनुमति ली है. यह काम वार्डवासियों की सुविधाओं के लिए किया जा रहा है.
इस संबंध में महापौर विजय देवांगन का कहना है कि वार्ड पार्षद को अपने स्तर पर खुदाई की अनुमति दी गई है. निगम में फंड नहीं है. जिसके चलते वह अपने स्तर पर काम करा रहे हैं.