धमतरी : छत्तीसगढ़ के ग्रामीण इलाकों मे होने वाले शादी ब्याह जैसे सार्वजनिक कार्यक्रम में शामिल होने आए मेहमानों को खुले में शौच के लिए नहीं जाना पड़ेगा.गांवों को खुले में शौच मुक्त करने के लिए केंद्र सरकार ने हर गांव में सामुदायिक शौचालयों का निर्माण कराया. लेकिन धमतरी जिले के अंतिम छोर मे बसे अतिसंवेदनशील इलाका रिसगांव में शौचालय निर्माण में भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं.यहां पर शौचालय पूरा नहीं हुआ.लेकिन सरपंच और सचिव ने निर्माण से पहले ही राशि का आहरण कर लिया. जिसकी शिकायत ग्रामीणों ने की है.
कहां का है मामला : धमतरी जिले के अंतिम छोर मे बसे घोर नक्सल प्रभावित इलाका रिसगांव में सामुदायिक शौचालय निर्माण में भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है. पंचायत सचिव पर शौचालय निर्माण पूरा होने से पहले ही पूरा पैसा निकालने का आरोप लगा है. रिसगांव में निरक्षण करने पहुंचे जनपद अध्यक्ष नगरी दिनेश्वरी नेताम के साथ पंचायत के सदस्य भी मौजूद थे. निरिक्षण करने के बाद ग्राम पंचायत रिसगांव के पंच ने पंचायत संचिव पर गंभीर आरोप लगाए .पंचम सिंह कश्यप की माने तो सामुदायिक शौचालय पंचायत के माध्यम से बन रहा है.जिसमें शौचालय का काम अधूरा पड़ा है. शौचालय में पानी टंकी,सीट,टाईल्स समेत सैनिटरी का काम होना अभी बाकी है. लेकिन इस अधूरे शौचालय को कागजों में पूरा बताकर पंचायत सचिव ने राशि निकाल ली है.
ग्रामीणों ने लगाया आरोप : जिस पंचायत सचिव पर आरोप लगा रहे है.उसका पास के गांव में ट्रांसफर हो गया है. उनकी माने तो शौचालय को पूर्ण करने के लिए अब उन्हें राशि की आवश्यकता पड़ रही है.शौचालय में जितने भी समान लगे है.उनका भी भुगतान नहीं हुआ है.ऐसे में साढ़े तीन लाख रूपए पंचायत संचिव के निकालने के बाद कार्रवाई की मांग उठ रही है.वहीं ग्राम पंचायत के सरपंच भी मानते हैं कि पंचायत सचिव ने शौचालय की पूरी रकम निकाल ली है.लेकिन शौचालय कैसे पूरा होगा कोई नहीं जानता. पंचायत संचिव पर राशि निकालने के आरोप पर सीईओ ने पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच कराने की बात कही है.अगर जांच में कहीं पर भी गड़बड़ी मिलती है तो कार्रवाई की जाएगी.
अब कैसे बनेगा शौचालय : गांव में बनने वाला सामुदायिक शौचालय अधिकारियों की लापरवाही के कारण करप्शन की भेंट चढ़ चुका है.पंचायत संचिव ने अधूरे शौचालय को पूरा होने का हवाला देकर साढ़े तीन लाख रूपए की राशि निकाली है. वहीं सीईओ ने मामले को देखते हुए जांच के आदेश दे दिए हैं.लेकिन जांच के बाद क्या पंचायत सचिव से पैसों की रिकवरी हो पाएगी और उसके बाद क्या ये शौचालय पूरा बनेगा.इसका जवाब आना बाकी है.