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धमतरी : 15 दिनों से नगर घड़ी बंद, जिम्मेदार बेपरवाह - घड़ी काफी पुराने तकनीक से चलती है

धमतरी के प्रमुख चौक पर 35 लाख की लागत से बनी नगर घड़ी 15 दिनों से बंद है. नगर निगम इसे लेकर कोई ध्यान नहीं दे रहा है, जिससे शहरवासियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.

15 दिनों से नगर घड़ी बंद
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Published : Nov 1, 2019, 10:47 AM IST

Updated : Nov 1, 2019, 12:37 PM IST

धमतरी: जिले की नगर घड़ी बीते एक पखवाड़े से बंद है. इसके घंटे और मिनट की सुइयां जहां की तहां अटकी हुई है. बताया जा रहा है कि बैटरी खराब हो गई है. नगर निगम इसे लेकर बेपरवाह है.

15 दिनों से नगर घड़ी बंद

धमतरी के प्रमुख चौराहे पर करीब 10 साल पहले 35 लाख रुपए खर्च कर नगर घड़ी बनाई गई थी. इन 10 सालों में कोई भी साल ऐसा नहीं बीता, जब ये घड़ी खराब होकर बंद न हुई हो. अभी 15 दिन बीत चुके हैं, घड़ी फिर से बंद है. 15 दिन से घड़ी में एक ही समय बता रहा है. लोगों को अपडेट रखने के लिए लगी यह घड़ी किसी काम की नहीं रह गई है.

नगर घड़ी में आई खराबी
सवाल यह है कि आखिर क्यों घड़ी बार-बार खराब होती है. दरअसल ये घड़ी काफी पुराने तकनीक से चलती है. अगर खराब हो जाए तो इसके लिए मैकेनिक सिर्फ कोलकाता में उपलब्ध है और वही आकर इसे ठीक करते हैं, लेकिन नगर निगम प्रशासन इसे लेकर उदासीन है.

पढ़े:धमतरी: ऐलान के साथ ही गुंडाधुर सम्मान पर विवाद, खिलाड़ी ने लगाया पक्षपात का आरोप

नगर निगम सुस्त
नतीजा यह है कि जनता के पैसों से खड़ी की गई घड़ी सफेद हाथी बनकर रह गई है. लोग निगम के सुस्त रवैये से परेशान हैं. महापौर का सामना भी जब सवालों से हुआ तो, उन्हें भी अपनी कमी कबूल करनी पड़ी.

धमतरी: जिले की नगर घड़ी बीते एक पखवाड़े से बंद है. इसके घंटे और मिनट की सुइयां जहां की तहां अटकी हुई है. बताया जा रहा है कि बैटरी खराब हो गई है. नगर निगम इसे लेकर बेपरवाह है.

15 दिनों से नगर घड़ी बंद

धमतरी के प्रमुख चौराहे पर करीब 10 साल पहले 35 लाख रुपए खर्च कर नगर घड़ी बनाई गई थी. इन 10 सालों में कोई भी साल ऐसा नहीं बीता, जब ये घड़ी खराब होकर बंद न हुई हो. अभी 15 दिन बीत चुके हैं, घड़ी फिर से बंद है. 15 दिन से घड़ी में एक ही समय बता रहा है. लोगों को अपडेट रखने के लिए लगी यह घड़ी किसी काम की नहीं रह गई है.

नगर घड़ी में आई खराबी
सवाल यह है कि आखिर क्यों घड़ी बार-बार खराब होती है. दरअसल ये घड़ी काफी पुराने तकनीक से चलती है. अगर खराब हो जाए तो इसके लिए मैकेनिक सिर्फ कोलकाता में उपलब्ध है और वही आकर इसे ठीक करते हैं, लेकिन नगर निगम प्रशासन इसे लेकर उदासीन है.

पढ़े:धमतरी: ऐलान के साथ ही गुंडाधुर सम्मान पर विवाद, खिलाड़ी ने लगाया पक्षपात का आरोप

नगर निगम सुस्त
नतीजा यह है कि जनता के पैसों से खड़ी की गई घड़ी सफेद हाथी बनकर रह गई है. लोग निगम के सुस्त रवैये से परेशान हैं. महापौर का सामना भी जब सवालों से हुआ तो, उन्हें भी अपनी कमी कबूल करनी पड़ी.

Intro:धमतरी की नगर घड़ी बीते एक पखवाड़े से बंद पड़ी है. तब से इसके घंटे और मिनट की सुईयां जहां की तहां अटकी हुई है.कारण बैटरी खराब हो गई है जिन्हे बदलते ही ये फिर चलने लगेगी.नगर निगम इतने दिनो में ये छोटा सा काम तक नहीं कर पाया है.

Body:धमतरी के प्रमुख चौराहे पर करीब 10 साल पहले 35 लाख रूपय खर्च कर के नगर घड़ी बनाई गई थी.इन 10 बरसो में कोई भी बरस ऐसा नहीं बीता जब ये घड़ी खराब होकर बंद न हुई हो.अभी 15 दिन बीत चुके है ये घड़ी फिर से बंद पड़ी हुई है.15 दिन से घड़ी में एक ही समय बता रहा है लोगो को समय से अपडेट रखने के लिये लगी ये घड़ी किसी काम की नहीं रह गई है.सवाल यहां ये है कि आखिर क्यों ये बार बार खराब होती है.दरअसल ये काफी पुराने तकनीक से चलती है अगर खराब हो जाए तो इसके मैकेनिक सिर्फ कलकत्ता में पाए जाते है और वही आकर बनाते है.इस बार की खराबी इसकी बैटरी में आई है अगर बैटरी बदल दी जाए तो ये फिर चलने लगेगी लेकिन वार रे नगर निगम प्रशासन 15 दिनो में इतना सा काम भी नहीं कर पाया.नतीजा ये कि जनता के पैसो से खड़ी की गई.घड़ी सफेद हाथी से ज्यादा कुछ नहीं रह गई है लोग तो निगम के सुस्त रवैये से परेशान रहते ही है.महापौर का साना भी जब सवालो से हुआ तो उन्हे भी अपनी कमी कबूल करनी पड़ी.

Conclusion:वैसे धमतरी की नगर घड़ी के बारे में ये कहना लाजमी होगा जा सकता है कि कभी इसे इस्तेमाल करें और न ही इस पर कभी विश्वास करें क्योंकि ये आपको धोखा दे सकती है.

बाईट_01 स्थानीय नागरिक
बाईट_02 अर्चना चौबे,महापौर

रामेश्वर मरकाम,ईटीवी भारत,धमतरी




Last Updated : Nov 1, 2019, 12:37 PM IST
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