धमतरी: एक ओर सरकार शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए बड़े-बड़े दावे पेश कर रही है. वहीं दूसरी शिक्षक ही स्कूल से नदारद रहते हैं. जिसके सामने सभी सुविधा शून्य नजर आती है. शिक्षा विभाग के कुछ कर्मचारी अपने कर्तव्य से भागते नजर आ रहे हैं.
जिले के मगरलोड विकासखंड की वनांचल क्षेत्र अमलीडीह संकुल केंद्र अंतर्गत ग्राम जलकुंभी प्राथमिक शाला की स्तिथि कुछ ऐसी है. शिक्षक समय के अनुरूप आते हैं और अपनी मर्जी से चले भी जाते हैं. स्कूल में दो शिक्षक नियुक्त किया गया है, लेकिन शिक्षक स्कूल से ही नदारत रहते हैं. वहीं स्कूली बच्चों का कहना है कि स्कूल में दो शिक्षक जरूर है पर कभी भी दोनों शिक्षक एक साथ स्कूल नहीं आते हैं.
खतरे में बच्चों का भविष्य
वहीं जब एक शिक्षक स्कूल आते हैं तो दूसरा शिक्षक अनुपस्थित रहता है, जिसके चलते स्कूली बच्चों का भविष्य खतरे में नजर आ रहा है. स्कूल में केवल सिर्फ रसोइया और सफाईकर्मी ही उपस्थित थे. बच्चों का कहना है कि शिक्षक लखन सोनी है जो 11 बजे आकर दोपहर 1 बजे नहाने-खाने जा रहा हूं कहकर घर चले जाते हैं. वहीं स्थानीय लोगों और सफाईकर्मी का कहना है कि शिक्षक अपनी बीमार बच्ची के कारण घर चला गया था.
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शिक्षा अधिकारी ने भी की शिकायत
इस क्षेत्र में यह जानकारी मिली है कि वनांचल क्षेत्र होने के कारण यहां अधिकारी जांच के लिए नहीं आते. मामले में ब्लॉक शिक्षा अधिकारी से बात की गई, तो उनका कहना है कि निरीक्षण के दौरान शिक्षक अनुपस्थित पाए गए. ग्रामीणों से भी इसकी शिकायत मिली थी, जिसके संबंध में कलेक्टर को अवगत कराने और वेतन रोकने की बात कही गई थी. शिक्षक को अंतिम चेतावनी देने की बात कहीं जा रही है.