धमतरी: जिले के मगरलोड ब्लॉक के प्राथमिक कृषि साख सहकारी समिति खिसोरा के उपार्जन केन्द्र नवागांव में शुक्रवार को धान में रेत मिलाने का मामला सामने आया. नवागांव के किसानों ने उपार्जन केन्द्र के फड़ प्रभारी को धान में रेत मिलाते पकड़ा था. शिकायत मिलने पर उपार्जन केंद्र नवागांव में तत्काल प्रशासन की टीम पहुंची जहां जांच में पाया किया कि फड़ प्रभारी टकेश्वर पटेल ने धान के स्टॉक को बराबर करने के लिए उसमें मिलावट करवाई थी.
दरअसल लॉकडाउन के चलते उपार्जन केंद्र में धान का उठाव कम हो रहा था. धान अधिक सूख जाने के कारण स्टॉक बहुत कम हो गया था. इसकी भरपाई करने के लिए फड़ प्रभारी ने सभी धान को एक जगह पाला करवाकर उसमें रेत मिलवाया. रेत मिलाये हुये धान को बाकयदा कट्टा में भरकर उसको स्टॉक में रखा जा रहा था. बाद में उस धान को राइस मिल भेज दिया जाता था.
धान के बारदाने में मिला रेत और भूसा
स्टॉक में रखे धान कट्टा को वजन करने पर 41 किलो 120 ग्राम मिला. जबकि शासन ने 40 किलो 700 ग्राम प्रति कट्टा धान खरीदी की है. एक कट्टे धान को अच्छे से साफ करवाने पर प्रत्येक कट्टे में ढाई से तीन किलो रेत और 500-600 ग्राम भूसा निकला. दूसरे कट्टे धान की वजन करने पर 43 किलो 400 ग्राम पाया. जिसमें 3.50 किलो रेत और 600 ग्राम भूसा निकला. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि धान में बहुत ज्यादा मात्रा में ही रेत मिलाया गया था.
आपराधियों पर होगी सख्त कार्रवाई
प्रशासन की टीम में जांच कर पाया कि फड़ प्रभारी टकेश्वर पटेल ने धान के स्टॉक को बराबर करने के लिए आस-पास गांव के नाबालिग लड़कों से 200 रुपये मजदूरी में बुलवाकर धान में रेत मिलवाया था. वहीं एसडीएम योगिता देवांगन ने बताया कि 'उपार्जन केन्द्र नवागांव के धान में रेत मिलाने की शिकायत का निरीक्षण करने पर सही पाया गया है, जिस पर समिति प्रबंधक राजेश सोनी, कम्प्यूटर ऑपरेटर भोलेश्वर साहू और फड़ प्रभारी टकेश्वर पटेल के खिलाफ जांच रिपोर्ट पंचनामा बनाकर जिला कलेक्टर के पास भेजने की बात कही है.'