धमतरीः प्रदेश में कोरोना के बढ़ते संक्रमण के साथ ही हालात भयावह होते जा रहे हैं. किसी अस्पताल में वेंटिलेटर की कमी है, तो किसी जगह ऑक्सीजन की कमी से रोजाना मरीजों की जानें जा रही हैं. ऐसे हालातों के बीच धमतरी के वेंटिलेटर दुर्ग जिले में भेजे जाने की खबर पर धमतरी विधायक रंजना साहू ने नाराजगी जाहिर की है. उन्होंने वेंटिलेटर भेजने पर सख्त एतराज जताया है, साथ ही धरने पर बैठने की चेतावनी भी दी है.
जिले में करीब दो दर्जन वेंटिलेटर मौजूद
जिले में संचालित शासकीय और निजी अस्पतालों में कुल 20 से 22 वेंटिलेटर की सुविधा मौजूद है. सभी वेंटिलेटर से फिलहाल कोरोना मरीजों का इलाज किया जा रहा है. जिले में स्थिति ऐसी है कि जरूरतमंद गंभीर कोरोना मरीजों को अस्पतालों में वेंटिलेटर उपलब्ध नहीं हो पा रहा है. जरूरतमंद मरीज और उनके परिजन इधर-उधर भटकने को मजबूर हैं. ऐसे में गंभीर मरीजों और परिजनों की चिंता बढ़ गई है.
धमतरी विधायक ने वेंटिलेटर भेजने का किया विरोध
धमतरी विधायक रंजना साहू का कहना है कि जिले में ऑक्सीजन और वेंटिलेटर की कमी पहले से देखी जा रही है. ऐसे में वह सांसद, विधायक निधि से ऑक्सीजन और वेंटिलेटर जिला प्रशासन के जरिए उपलब्ध कराने का प्रयास कर रही हैं. इस बीच अगर जिले का वेंटिलेटर दूसरे जिले में भेजने का फरमान जारी होता है, तो ये जिले के जनता के साथ अन्याय होगा. वह जनता के साथ खड़ी हैं, अगर प्रशासन दूसरे जिलों में वेंटिलेटर भेजता है, तो वे उसका खुलकर विरोध करेंगी.
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कलेक्टर ने कहा कहीं नहीं भेजे जा रहे वेंटिलेटर
इस मामले में जिला कलेक्टर से बात की गई. कलेक्टर ने बताया कि कोई भी वेंटिलेटर धमतरी से अन्य जिलों में नहीं भेजा जाएगा. उन्होंने कहा कि जिले को 8 और वेंटिलेटर उपलब्ध होने वाले हैं. जिसकी सुविधा इसी महीने में डेडिकेटेड कोविड अस्पताल में शुरू कर ली जाएगी. इसके अलावा 300 ऑक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था भी की जा रही है. इससे ऑक्सीजन बेड की संख्या में बढ़ोतरी होगी.
जिल अस्पताल में मौजूद हैं 6 वेंटिलेटर
जिला अस्पताल में कुल 6 वेंटिलेटर हैं. जिनमें से 4 वेंटिलेटर कोविड डेडिकेटेड अस्पताल में इस्तेमाल हो रहे हैं, जबकि 2 वेंटिलेटर जिला अस्पताल में इस्तेमाल हो रहे हैं. इसके अलावा निजी अस्पतालों में 1 या 2 वेंटिलेटर उपलब्ध हैं. ऐसे में यदि यहां हालात बिगड़ते हैं, तो वेंटिलेटर की कमी जिलेवासियों पर भारी पड़ सकती है.