धमतरी: नगरीय निकाय चुनाव के परिणाम सामने आते ही धमतरी में समीक्षा का दौर जारी है. धमतरी नगर निगम में इस बार 40 वार्डों में से भाजपा 17 वार्डों में सिमट कर रह गई है. जबकि इस बार कांग्रेस ने दमदार उपस्थिति दर्ज कराई है. कांग्रेस ने पिछले चुनाव के मुकाबले इस बार 10 सीटों पर बढ़त बनाई है और कुल 18 सीटों पर कब्जा जमाया है. हालांकि यहां कांग्रेस और भाजपा दोनों को ही स्पष्ट बहुमत नहीं मिला है. ऐसे में यहां शहर का मेयर कौन बनेगा यह सवाल जरुरी हो गया है.
पार्षदों के जुगाड़ में लगी बीजेपी-कांग्रेस
धमतरी नगर निगम के लिए नतीजों के बाद भी पिक्चर अभी खत्म नहीं हुई है. दोनों ही बड़े दल अधर में हैं और गेंद निर्दलीय पार्षदों के पाले में है. वहीं नतीजे आते ही बीजेपी और कांग्रेस दोनों पार्षदों की जुगाड़ में लगी है.
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खेल बदल सकते हैं निर्दलीय पार्षद
138 साल पुराने निकाय धमतरी नगर निगम में इस बार भाजपा कांग्रेस ने जोर लगाया. लेकिन किस्मत ऐसी कि सत्ता दोनों को ही नहीं मिल सकी है. सत्ता के गणित में भाजपा और कांग्रेस दोनों को 40 वार्ड के लिए कम से कम 21 पार्षदों जरूरत है. इस बार जनता ने कांग्रेस को 18 पार्षद दिए हैं. जबकि भाजपा को 17 और 5 निर्दलीय जीत कर आए हैं. अब धमतरी में निर्दलीय पार्षदों का ऐसा हो गया है कि कुछ न कह कर वो सब कह रहे हैं.