धमतरी: जिले में करोड़ों की लागत से बना एनीकट कुछ ही साल में दम तोड़ दिया. इसमें न तो पानी ठहरता है और न ही किसानों को सिंचाई की सुविधा मिल रही है. एनीकट के अंदर मिट्टी और रेत का अंबार लगा है, जिसकी वजह से पानी नहीं रुक रहा है.
जिला मुख्यालय से 105 किलोमीटर दूर भूरसीडोंगरी गांव की सीता नदी में एनीकट इसलिए बनाया गया था ताकि इलाके के हजारों एकड़ खेतों को पानी मिल सके. बताया जा रहा है कि साल 2017 में करीब 22 करोड़ रुपए की लागत से इस एनीकट का निर्माण किया गया था, लेकिन निर्माण में घटिया सामग्री का इस्तेमाल होने की वजह से एनीकट कुछ ही साल में धराशायी हो गया है, जिससे किसानों को पानी मिलना तो दूर बल्कि जंगली जानवर भी पानी के लिए मोहताज हो गए हैं.
किया गया जमकर भ्रष्टाचार
ग्रामीणों का कहना है कि भुरसीडोंगरी एनीकट निर्माण में जमकर लापरवाही बरती गई है. वहीं इस निर्माण कार्य में जमकर भ्रष्टाचार भी किया गया है. कुछ गेट उखड़ चुके हैं, तो कुछ उखड़ने की कगार पर हैं. सिंचाई नाली बनाया तो गया है, लेकिन एनीकट में अब तक पानी नहीं रोका जा सका है.
ठेकेदार पर नहीं हुई कोई कार्रवाई
बता दें कि निर्माणाधीन एनीकट की दीवार ढ़हने से दर्जनों किसानों की फसल क्षतिग्रस्त हो गई थी. प्रभावित किसानों ने शासन से दो से तीन बार शिकायत भी की थी, लेकिन अब तक एनीकट निर्माण में अनदेखी करने वाले ठेकेदार पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है. यहां तक की निर्माण कार्य में अनदेखी को लेकर कई बार संबंधित विभाग के अधिकारी और ठेकेदार के बीच विवाद की स्थिति भी बनी थी.