धमतरीः राजस्व विभाग ने अतिक्रमणकारियों पर कार्रवाई करते हुए 18 एकड़ सरकारी जमीन को बेजा कब्जा से मुक्त कराया है. वहीं रेत माफिया के कब्जे से तकरीबन 11 एकड़ जमीन हटाया गया है. नागू चंद्राकर पर आरोप है कि उसने पंचायत के लोगों को डरा धमकाकर करीब 11 एकड़ सरकारी जमीन पर कब्जा कर लिया था. शनिवार को प्रशासन की टीम ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए इस जमीन पर अतिक्रमण को हटाने का काम किया.
इस इलाके में नागू चंद्राकर का खौफ है. उस पर कई आपराधिक गतिविधियों में शामिल होने का आरोप है. नागू चन्द्राकर ने बीते महीने जिला पंचायत सदस्य को बंधक बनाकर बुरी तरह पीटा था.
अब धमतरी की रेत खदानों में छत्तीसगढ़ के मूल निवासी ही कर सकेंगे काम
21 दिनों से रेत नागू चंद्राकर फरार
नागू चन्द्राकर की गुंडागर्दी की खबर प्रदेश के मुख्यमंत्री तक पहुंच गई. सीएम भूपेश बघेल को कहना पड़ा कि रेत खदानों में गुंडागर्दी बर्दाश्त नहीं की जाएगी. दोषियोंं के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए. मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद पुलिस ने नागू चन्द्राकर और उनके गुर्गो के खिलाफ विभिन्न आपराधिक धाराओं के तहत मामला दर्ज किया. साथ ही गिरफ्तारी भी की थी लेकिन इस दौरान नागू चंद्राकर 21 दिनों से फरार बताया जा रहा है.
![Revenue department frees government land from possession of sand mafia in Dhamtari](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/cg-dmt-kurud-retmafiyakekaalekaarnaameujaagardradhamkakarsarkaarijaminprkiyathakabja-vis1-byt3-img3-cgc10016_11072020160035_1107f_1594463435_333.jpg)
18 एकड़ जमीन से हटा अवैध कब्जा
ग्रामीणों की शिकायत पर राजस्व विभाग, ग्राम पंचायत सहित पुलिस विभाग की संयुक्त टीम ने राखी गांव पहुंचकर अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई की है. साथ ही नागू चन्द्राकर सहित गांव के ही अन्य लोगों द्वारा कब्जा किए गए जमीन को मुक्त कराया है. बताया जा रहा है कि ग्राम पंचायत राखी में तकरीबन 10 वर्षों से सरकारी जमीन पर अवैध रूप से अतिक्रमण किया गया था. जहां अतिक्रमण कर खेती की जा रही थी, जिसमे नागू चंद्राकर सहित अन्य लोगों ने 17 से 18 एकड़ जमीन पर कब्जा किया था, जिससे गांव में कोई भी भवन के निर्माण में परेशानी आ रही थी.
अतिक्रमण हटाया गया
पंचायत के प्रतिनिधियों ने एकजुटता दिखाते हुए अतिक्रमणकारी को नोटिस जारी किया था, लेकिन अतिक्रमण नहीं हटाया गया, तो पंचायत ने प्रशासन से सहयोग मांगी. ग्रामीणों ने यह भी बताया कि रेत माफिया नागू चन्द्राकर कब्जा हटाने के नाम पर वाद-विवाद करता था. इसके साथ ही कई बार मारपीट भी कर चुका था, लेकिन अब रेत माफिया नागू चन्द्राकर के कब्जे से जमीन को मुक्त कर दिया गया है, जिससे पंचायत के लोगों में खुशी का माहौल है.