धमतरी: केंद्र सरकार ने भारतीय खाद्य निगम के जरिये छत्तीसगढ़ में चावल खरीदने के फैसला लिया था. जिसके बाद अब जिले में 3 लाख 76 हजार टन चावल खरीदा जाएगा.
लेकिन ये आदेश सिर्फ उसना चावल के लिए हैं. इस आदेश के बाद अब उम्मीद है कि जिले में मीलिंग तेज होगी.वहीं धान को संग्रहण केंद्र में रखने की जरूरत नहीं पड़ेगी जिससे करोड़ों रुपये परिवहन के बचेंगे.अब इसे बड़ी राहत के तौर पर देखा जा रहा है.
दरअसल, सेंट्रल पूल में चावल खरीदी की घोषणा से राइस मिलों को पर्याप्त काम मिलेगा.इससे मिलों में काम करने वाले कर्मचारियों और मजदूरों को रोजगार मिलेगा.ट्रक यूनियन और ट्रक मालिकों के पास भी पर्याप्त काम होगा.बताया जा रहा है कि जिले की 174 राइस मिलों में से 165 में कस्टम मिलिंग के लिए अनुबंध कराया है.
समर्थन मूल्य पर खरीदे गये धान का उठाव 119 राइस मिलों ने शुरू कर दिया है.कलेक्टर रजत बंसल ने बताया कि मिलरों को सीधे सोसायटियों से धान उठाव करने को कहा गया है. उन्हें फड़ में जाने की जरूरत नहीं है इससे शासन का परिवहन का पैसा बचेगा.वही मिलरों को भी सुविधा होगी.बहरहाल धमतरी के मिलरों ने केंद्र सरकार के इस फैसले पर खुशी जताई है. वहीं जिला प्रशासन ने भी इसे धमतरी और प्रदेश के हित में बताया है.