दंतेवाड़ा: महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए शासन-प्रशासन की अच्छी पहल सामने आई है. अब महिलाएं पशु सखी बनकर गांव-गांव में पशुओं की सेवा करेंगी. खास बात ये है कि इससे महिलाएं न सिर्फ आत्मनिर्भर बनेंगी, बल्कि अच्छी-खासी आमदनी भी हो सकेगी. शासन-प्रशासन की इस योजना के जरिए पशुओं का टीकाकरण किया जाएगा. इसके लिए महिलाओं को पशुओं की देखभाल की तीन दिन की ट्रेनिंग दी जा रही है.
पशुओं की होगी अच्छे से देखभाल
महिलाओं को पशुओं के ब्लड सैंपल, बधियाकरण, सैंपल इकट्ठा करना और आर्टिफिशियल गर्भधान का प्रशिक्षण दिया गया. पशु विभाग की ओर से बड़े पशुओं के टीकाकरण के लिए प्रति पशु 7 रुपये, छोटे पशु की दर 5 रुपये, कुककुट 1 रुपये, बधियाकरण 20 रुपये और आर्टिफिशियल गर्भधारण की कीमत 50 रुपये निर्धारित की गई है. इससे फिल्ड में काम करने वाली पशु सखियों को अच्छा मुनाफा हो पाएगा. साथ ही पशुओं की देखभाल भी की जा सकेगी.
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गौठान में मिलेगा महिलाओं को रोजगार
पशु विभाग के डॉक्टर अमरेश कुशवाहा ने बताया कि सरकार की अच्छी पहल से अब महिलाओं को रोजगार दिया जा रहा है. इसमें महिलाओं को तीन दिन की ट्रेनिंग देकर फील्ड में उतारा जाएगा, ताकि विभाग में हो रही कर्मचारियों की कमी की पूर्ति हो सके. ट्रेनिंग के बाद महिलाओं को जिले चारों ब्लॉक में सरपंच सचिव के माध्यम से गौशाला में काम दिया जाएगा.
दंतेवाड़ा में डैनेक्स ब्रांड से गारमेंट फैक्ट्री भी खुली है, जिसमें नक्सल प्रभावित इलाकों की महिलाओं, युवतियों को रोजगार मुहैया कराया जा रहा है. सीएम भूपेश बघेल ने इस फैक्ट्री का उद्घाटन किया था.