दंतेवाड़ाः घर वापसी अभियान (लोन वर्राटू) से प्रभावित होकर एक इनामी नक्सली सहित दो नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है. दंतेवाड़ा एसपी अभिषेक पल्लव ने इसकी जानकारी मीडिया को दी है. उन्होंने बताया की दोनों नक्सलियों पर एक दर्जन से ज्यादा मामले दर्ज हैं. नक्सलियों की खोखली विचार धारा से तंग आकर 1 लाख का इनामी मिलिशिया कमांडर गंगाराम उर्फ छोटू मुचाकी ने सरेंडर किया है. दूसरा डीकेएमएस सदस्य पांडू मडकाम है.
नक्सलियों पर दर्ज मुकदमा
- साल 2015 में तेलम पुल की तोड़फोड़ और मार्ग अवरुद्ध करना.
- साल 2015 में ऐटेपाल से टेटम मार्ग की खुदाई.
- मैलेवाड़ा से नकुलनार मार्ग के बीच साल 2016 में पुल तोड़ने का काम.
- साल 2016-17 में डब्बा मार्ग में बूबी ट्रैप्स लगाकर पुलिस पर हमले की साजिश.
- साल 2018 में डब्बा जियाकोड़ता गांव के पास जवानों को नुकसान पहुंचाने की नीयत से 3 जगह क्लोरमाइन्स लगाने की घटना.
- इसके अलावा बैनर पोस्टर लगाने के भी आरोप है.
छत्तीसगढ़ : मुठभेड़ में इनामी नक्सली ढेर, दो किलो का आईईडी बरामद
अबतक 334 नक्सलियों ने किया सरेंडर
दंतेवाड़ा पुलिस के लोन वर्राटू अभियान के तहत अब तक कुल 334 नक्सली सरेंडर कर चुके हैं. जिसमें 90 ईनामी नक्सली सामिल हैं. दोनों नक्सलियों के शासन के पुनर्वास नीति के तहत 10-10 हजार रुपए की सहायता राशि प्रदान की गई. एसपी ने सरेंडर नक्सलियों के उज्वल भविष्य की शुभकामनाएं भी दी.
क्या है बूबी ट्रैप ?
बूबी ट्रैप वह डिवाइस है जो किसी को मारने के लिए या नुकसान पहुंचाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है. बूबी ट्रैप अक्सर युद्ध में इस्तेमाल किया जाता है.