दंतेवाड़ा: डीआरजी की टीम ने लकड़ी से बने दो नकली AK-47 गन बरामद किए हैं. बता दें इसे बकायदा काला रंग चढ़ाकर असली दिखाने की कोशिश किया गया है. पुलिस की माने तो लॉकडाउन के दौरान नक्सलियों की सप्लाई चैन को बाधित किया गया है. ऐसे में खौफ बनाए रखने के लिए अब नक्सली नकली हथियार का इस्तेमाल कर रहे हैं. मामले की पुष्टि पुलिस अधीक्षक अभिषेक पल्लव ने की है.
क्या है पूरा मामला?
पुलिस लगातार ग्रामीणों से सूचना मिल रही थी कि वह कुंआगोंडा ब्लॉक मुख्यालय के नक्सल प्रभावित क्षेत्र में ग्रामीणों से लूटपाट और डराने धमकाने की घटना को अंजाम दिया जा रहा है. नक्सल प्रभावित क्षेत्र जैसे कि गोगंपाल नीलावाया, बड़े बेड़मा, दुगोली में लगातार ग्रामीण ऐसी शिकायत पुलिस तक पहुंचा रहे थे. सूचना के आधार पर पुलिस अधीक्षक ने डीआरजी की टीम को मौके का मुआयना करने भेजा था.
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आरोपी हुए फरार और नकली निकले हथियार
डीआरजी की टीम को देखकर दो-तीन संदिग्ध लोग मौके से फरार हो गए. टीम को शक हुआ मौके की अच्छे से तलाशी की गई. इस दौरान जवानों को 2 हथियार मिले, लेकिन दोनों नकली थे. लकड़ी के दो नकली AK47 को पुलिस ने जब्त कर लिया.
वर्दी और अन्य सामान बरामद
हथियार के साथ मिले एक बैग में काली वर्दी भी बरामद किया गया है. पुलिस अधीक्षक डॉ अभिषेक पल्लव के मुताबिक लॉकडाउन के दौरान नक्सलियों की सप्लाई चेन पर रोक लगी है. जिसके कारण नक्सली घबराए हुए हैं. क्षेत्र के सरपंच, विकास कार्य में लगे ठेकेदारों से लेवी वसूली के लिए अब नकली हथियार का सहारा ले रहे हैं. साथ में गांव वालों पर दबाव बनाकर क्षेत्र में दहशत का कायम करने की मनसा से लगातार ग्रामीणों पर दबाव बना रहे हैं. पुलिस अधीक्षक डॉ अभिषेक वालों ने ग्रामीणों से आह्वान किया है कि आप लोग असली और नकली हथियारों में अंतर को समझें और क्षेत्र में ऐसे असामाजिक तत्वों से डरने की जरूरत नहीं हैं.