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आदिवासी आंदोलन LIVE : धरना खत्म करने को लेकर कोशिश असफल, नहीं माने आदिवासी - cg news

आदिवासी आंदोलन का 5वां दिन
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Published : Jun 11, 2019, 11:48 AM IST

Updated : Jun 11, 2019, 11:55 PM IST

2019-06-11 23:39:04

धरना जारी, कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल की कवायद असफल

कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल के साथ लंबी चली बातचीत के बाद भी आदिवासी मानने को तैयार नहीं है. आदिवासी धरनास्थल पर डटे हुए हैं. वहीं सांसद दीपक बैज ने कहा कि आदिवासियों की लगभग सभी मांगे मान ली गई है. फर्जी ग्राम सभा मामले में जांच के निर्देश दिए गए है. हालांकि आदिवासी रिपोर्ट और फैसला आने के बाद ही आंदोलन खत्म करने की बात कर रहे हैं. 

2019-06-11 20:48:17

धरना खत्म करने के लिए चल रही बैठक

वीडियो

धरना स्थल पर बैठक जारी है. आदिवासियों ने काग्रेस के प्रतिनिधिमंडल से कहा कि जांच 3 दिन के अंदर करवाएं. अभी तक कोई हल नहीं निकला है. धरनास्थल पर संसद दीपक बैज, विक्रम मंडावी और पूर्व विधायक वार्ता कर हल निकालने के प्रयास में जुटे हैं.

2019-06-11 14:17:50

50 गाड़ियों में समर्थकों के साथ किरंदुल पहुंचे हरीश कवासी लखमा.

हरीश लखमा ने दिया आंदोलन को समर्थन

दंतेवाड़ा :प्रदेश के उद्योग मंत्री कवासी लखमा के बेटे हरीश कवासी लखमा अपने समर्थकों के साथ किरंदुल पहुंचे हैं. हरीश 50 गाड़ियों में अपने समर्थकों के साथ आदिवासियों के आंदोलन में शामिल होने पहुंचे हैं.

हरीश लखमा ने कहा कि, 'सरकार ने नंदीराज को अडानी को सौंप दिया है, जिसके विरोध में आदिवासी धरने पर बैठे हैं मैं उनके समर्थन में यहां आया हूं'. उन्होंने कहा कि, 'अगर कुछ भी होता है तो हम सबसे पहले आदिवासियों के साथ खड़े होंगे'.
 

2019-06-11 14:11:03

आदिवासियों के प्रतिनिधिमंडल ने सीएम से की मुलाका, बघेल ने मानी 4 मांगें

सीएम से मिला डेलीगेशन

रायपुर : दंतेवाड़ा के किरंदुल में आंदोलन कर रहे आदिवासियों का प्रतिनिधिमंडल मंत्रालय में मुख्यमंत्री से मिला. बस्तर सांसद दीपक बैज और पूर्व केंद्रीय मंत्री अरविंद नेताम के नेतृत्व में डेलिगेशन ने सीएम से मुलाकात की, जिसके बाद सीएम ने आदिवासियों की चार प्रमुख मांगें मान ली हैं.

सीएम से मिलने वाले डेलीगेशन में कवासी लखमा को छोड़ बस्तर के सभी कांग्रेसी विधायक शामिल थे. डेलीगेशन से मिलने के बाद सीएम ने वनों की कटाई पर तुरंत रोक लगा दी है. इस आश्वासन के बाद 5 दिन से चले आ रहे आदिवासियों के आंदोलन के खत्म होने के भी आसार हैं, हालांकि अभी भी अडानी को लेकर कोई फैसला नहीं हुआ है, इसके लिए छत्तीसगढ़ सरकार की ओर से केंद्र सरकार को पत्र लिखा जाएगा.

सीएम ने मानी आदिवासियों की ये मांगें

  • वनों की कटाई पर तुरंत रोक लगाई.
  • साल 2014 के फर्जी ग्राम सभा के आरोप की जांच कराई जाएगी.
  • क्षेत्र में संचालित कार्यों पर तत्काल रोक लगाई.
  • राज्य सरकार की ओर से भारत सरकार को पत्र लिखकर जन भावनाओं की जानकारी दी जाएगी.

2019-06-11 11:36:41

किरंदुल के बाद अब बचेली में आंदोलन कर रहे हैं आदिवासी.

आदिवासी आंदोलन का 5वां दिन

दंतेवाड़ा: नंदराज पर्वत पर खनन के खिलाफ चल रहा आदिवासियों का आंदोलन 5वें दिन भी जारी है. आदिवासी पिछले चार दिनों से किरंदुल में प्रदर्शन कर रहे थे, वहीं मंगलवार को आंदोलनकारी 1 किमी पैदल चलकर बचेली पहुंच गए हैं.

किरंदुल NMDC में उत्पादन ठप करने के बाद आंदोलनकारी अब बचेली में उत्पादन ठप करने की रणनीति बना रहे हैं. बचेली में उत्पादन ठप होने पर NMDC को करोड़ों रुपए का नुकसान होगा, ऐसा होने पर एक हजार ट्रकों के पहिए थम जाएंगे, वहीं मालगाड़ी भी प्रभावित होगी.

खराब हो रही ग्रामीणों की तबीयत

वहीं भीषण गर्मी में खुले आसमान के नीचे प्रदर्शन करने के चलते कई आदिवासियों की तबीयत खराब होने लगी है. 200 से अधिक ग्रामीणों को जिला अस्पताल पहुंचाया गया है, लेकिन आदिवासी अपनी मांग को लेकर डटे हुए हैं.

सर्व आदिवासी समाज ने दिया समर्थन

इधर सर्व आदिवासी समाज ने भी आंदोलन को समर्थन दिया है. सर्व आदिवासी समाज के प्रदेश अध्यक्ष बीपीएस नेताम ने कहा कि आदिवासियों के साथ नाइंसाफी नहीं होने देंगे. सरकार अपने फायदे के लिए जंगड़, पहाड़ बेच रही है. नेताम ने कहा कि अभी 200 गांव के आदिवासी आंदोलन कर रहे हैं, आने वाले वक्त में पूरे प्रदेश के आदिवासी आंदोलन करेंगे. नेताम ने कहा कि राज्य सरकार को इसमें सीधे-सीधे हस्तक्षेप करना चाहिए. उन्होंने कहा कि इतना बड़ा विरोध हो रहा है, इसका ठेका निरस्त होना चाहिए.

क्या है अपडेट- 

  • मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि, 'रमन सिंह को पहले यह बताना चाहिए कि उनकी सरकार अडानी को MOU देने के पक्ष में है या नहीं.' बघेल ने कहा कि, दूसरी बात ये है कि, 'जब भी कोई सरकार फैसला करती है, तो वर्तमान सरकार, पिछली सरकार के फैसले को आगे बढ़ाने का काम करती है. अगर विभाग ने अनुमति दी होगी, तो पिछले सरकार के फैसले को ही आगे बढ़ाया गया होगा.'
  • अमित जोगी ने वन मंत्री मोहम्मद अकबर पर सीधे-सीधे आरोप लगाया है. जोगी ने कहा कि 12 फरवरी को मोहम्मद अकबर के नेतृत्व में पर्यावरण मंडल की बैठक हुई थी, जिसमें नंद राज पर्वत (जहां आदिवासियों के देवता विराजमान हैं) उसे डिपॉजिट 13 में बदलकर अडानी ग्रुप को लौह अयस्क की खुदाई के लिए दिया गया था, जिसके दस्तावेज मौजूद हैं.
  •  अमित जोगी के आरोपों को पर्यावरण मंत्री मोहम्मद अकबर ने खारिज किया है. उन्होंने साफ कहा है कि पेड़ काटने की कोई अनुमति उनकी तरफ से नहीं दी गयी है. उन्होंने कहा कि पर्यावरण विभाग की तरफ से उनके पास इस संबंध में अब तक कोई फाइल ही नहीं आई है और न ही कोई अनुमति दी गई है. इस मामले में कांग्रेस सरकार द्वारा कोई फैसला नहीं लिया गया है. 
  • पिछले शनिवार को बैलाडीला के फुटबाल ग्राउंड में जिलेभर के आदिवासी पारंपरिक वेशभूषा और तीर धनुष लेकर एकत्र हुए.
  • मंत्री कवासी लखमा ने केंद्रीय मंत्री से आंदोलन को लेकर मुलाकात की है. लखमा ने इस पूरे मामले में प्रधानमंत्री से मिलने की बात कही है.
  • आदिवासियों ने कहा कि जल, जंगल, जमीन हमारी है और हम किसी भी हाल में यह खदान खुलने नही देंगे.
  • बस्तर संभाग के दंतेवाड़ा जिले के किरंदुल क्षेत्र में आदिवासियों ने लामबंद होकर राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा है.

2019-06-11 23:39:04

धरना जारी, कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल की कवायद असफल

कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल के साथ लंबी चली बातचीत के बाद भी आदिवासी मानने को तैयार नहीं है. आदिवासी धरनास्थल पर डटे हुए हैं. वहीं सांसद दीपक बैज ने कहा कि आदिवासियों की लगभग सभी मांगे मान ली गई है. फर्जी ग्राम सभा मामले में जांच के निर्देश दिए गए है. हालांकि आदिवासी रिपोर्ट और फैसला आने के बाद ही आंदोलन खत्म करने की बात कर रहे हैं. 

2019-06-11 20:48:17

धरना खत्म करने के लिए चल रही बैठक

वीडियो

धरना स्थल पर बैठक जारी है. आदिवासियों ने काग्रेस के प्रतिनिधिमंडल से कहा कि जांच 3 दिन के अंदर करवाएं. अभी तक कोई हल नहीं निकला है. धरनास्थल पर संसद दीपक बैज, विक्रम मंडावी और पूर्व विधायक वार्ता कर हल निकालने के प्रयास में जुटे हैं.

2019-06-11 14:17:50

50 गाड़ियों में समर्थकों के साथ किरंदुल पहुंचे हरीश कवासी लखमा.

हरीश लखमा ने दिया आंदोलन को समर्थन

दंतेवाड़ा :प्रदेश के उद्योग मंत्री कवासी लखमा के बेटे हरीश कवासी लखमा अपने समर्थकों के साथ किरंदुल पहुंचे हैं. हरीश 50 गाड़ियों में अपने समर्थकों के साथ आदिवासियों के आंदोलन में शामिल होने पहुंचे हैं.

हरीश लखमा ने कहा कि, 'सरकार ने नंदीराज को अडानी को सौंप दिया है, जिसके विरोध में आदिवासी धरने पर बैठे हैं मैं उनके समर्थन में यहां आया हूं'. उन्होंने कहा कि, 'अगर कुछ भी होता है तो हम सबसे पहले आदिवासियों के साथ खड़े होंगे'.
 

2019-06-11 14:11:03

आदिवासियों के प्रतिनिधिमंडल ने सीएम से की मुलाका, बघेल ने मानी 4 मांगें

सीएम से मिला डेलीगेशन

रायपुर : दंतेवाड़ा के किरंदुल में आंदोलन कर रहे आदिवासियों का प्रतिनिधिमंडल मंत्रालय में मुख्यमंत्री से मिला. बस्तर सांसद दीपक बैज और पूर्व केंद्रीय मंत्री अरविंद नेताम के नेतृत्व में डेलिगेशन ने सीएम से मुलाकात की, जिसके बाद सीएम ने आदिवासियों की चार प्रमुख मांगें मान ली हैं.

सीएम से मिलने वाले डेलीगेशन में कवासी लखमा को छोड़ बस्तर के सभी कांग्रेसी विधायक शामिल थे. डेलीगेशन से मिलने के बाद सीएम ने वनों की कटाई पर तुरंत रोक लगा दी है. इस आश्वासन के बाद 5 दिन से चले आ रहे आदिवासियों के आंदोलन के खत्म होने के भी आसार हैं, हालांकि अभी भी अडानी को लेकर कोई फैसला नहीं हुआ है, इसके लिए छत्तीसगढ़ सरकार की ओर से केंद्र सरकार को पत्र लिखा जाएगा.

सीएम ने मानी आदिवासियों की ये मांगें

  • वनों की कटाई पर तुरंत रोक लगाई.
  • साल 2014 के फर्जी ग्राम सभा के आरोप की जांच कराई जाएगी.
  • क्षेत्र में संचालित कार्यों पर तत्काल रोक लगाई.
  • राज्य सरकार की ओर से भारत सरकार को पत्र लिखकर जन भावनाओं की जानकारी दी जाएगी.

2019-06-11 11:36:41

किरंदुल के बाद अब बचेली में आंदोलन कर रहे हैं आदिवासी.

आदिवासी आंदोलन का 5वां दिन

दंतेवाड़ा: नंदराज पर्वत पर खनन के खिलाफ चल रहा आदिवासियों का आंदोलन 5वें दिन भी जारी है. आदिवासी पिछले चार दिनों से किरंदुल में प्रदर्शन कर रहे थे, वहीं मंगलवार को आंदोलनकारी 1 किमी पैदल चलकर बचेली पहुंच गए हैं.

किरंदुल NMDC में उत्पादन ठप करने के बाद आंदोलनकारी अब बचेली में उत्पादन ठप करने की रणनीति बना रहे हैं. बचेली में उत्पादन ठप होने पर NMDC को करोड़ों रुपए का नुकसान होगा, ऐसा होने पर एक हजार ट्रकों के पहिए थम जाएंगे, वहीं मालगाड़ी भी प्रभावित होगी.

खराब हो रही ग्रामीणों की तबीयत

वहीं भीषण गर्मी में खुले आसमान के नीचे प्रदर्शन करने के चलते कई आदिवासियों की तबीयत खराब होने लगी है. 200 से अधिक ग्रामीणों को जिला अस्पताल पहुंचाया गया है, लेकिन आदिवासी अपनी मांग को लेकर डटे हुए हैं.

सर्व आदिवासी समाज ने दिया समर्थन

इधर सर्व आदिवासी समाज ने भी आंदोलन को समर्थन दिया है. सर्व आदिवासी समाज के प्रदेश अध्यक्ष बीपीएस नेताम ने कहा कि आदिवासियों के साथ नाइंसाफी नहीं होने देंगे. सरकार अपने फायदे के लिए जंगड़, पहाड़ बेच रही है. नेताम ने कहा कि अभी 200 गांव के आदिवासी आंदोलन कर रहे हैं, आने वाले वक्त में पूरे प्रदेश के आदिवासी आंदोलन करेंगे. नेताम ने कहा कि राज्य सरकार को इसमें सीधे-सीधे हस्तक्षेप करना चाहिए. उन्होंने कहा कि इतना बड़ा विरोध हो रहा है, इसका ठेका निरस्त होना चाहिए.

क्या है अपडेट- 

  • मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि, 'रमन सिंह को पहले यह बताना चाहिए कि उनकी सरकार अडानी को MOU देने के पक्ष में है या नहीं.' बघेल ने कहा कि, दूसरी बात ये है कि, 'जब भी कोई सरकार फैसला करती है, तो वर्तमान सरकार, पिछली सरकार के फैसले को आगे बढ़ाने का काम करती है. अगर विभाग ने अनुमति दी होगी, तो पिछले सरकार के फैसले को ही आगे बढ़ाया गया होगा.'
  • अमित जोगी ने वन मंत्री मोहम्मद अकबर पर सीधे-सीधे आरोप लगाया है. जोगी ने कहा कि 12 फरवरी को मोहम्मद अकबर के नेतृत्व में पर्यावरण मंडल की बैठक हुई थी, जिसमें नंद राज पर्वत (जहां आदिवासियों के देवता विराजमान हैं) उसे डिपॉजिट 13 में बदलकर अडानी ग्रुप को लौह अयस्क की खुदाई के लिए दिया गया था, जिसके दस्तावेज मौजूद हैं.
  •  अमित जोगी के आरोपों को पर्यावरण मंत्री मोहम्मद अकबर ने खारिज किया है. उन्होंने साफ कहा है कि पेड़ काटने की कोई अनुमति उनकी तरफ से नहीं दी गयी है. उन्होंने कहा कि पर्यावरण विभाग की तरफ से उनके पास इस संबंध में अब तक कोई फाइल ही नहीं आई है और न ही कोई अनुमति दी गई है. इस मामले में कांग्रेस सरकार द्वारा कोई फैसला नहीं लिया गया है. 
  • पिछले शनिवार को बैलाडीला के फुटबाल ग्राउंड में जिलेभर के आदिवासी पारंपरिक वेशभूषा और तीर धनुष लेकर एकत्र हुए.
  • मंत्री कवासी लखमा ने केंद्रीय मंत्री से आंदोलन को लेकर मुलाकात की है. लखमा ने इस पूरे मामले में प्रधानमंत्री से मिलने की बात कही है.
  • आदिवासियों ने कहा कि जल, जंगल, जमीन हमारी है और हम किसी भी हाल में यह खदान खुलने नही देंगे.
  • बस्तर संभाग के दंतेवाड़ा जिले के किरंदुल क्षेत्र में आदिवासियों ने लामबंद होकर राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा है.
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Last Updated : Jun 11, 2019, 11:55 PM IST
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