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खत्म हुआ आदिवासियों का आंदोलन, लिखित में मिला आश्वासन

आदिवासियों ने प्रशासन द्वारा लिखित में आश्वासन मिलने के बाद आंदोलन खत्म कर दिया है.

खत्म हुआ आंदोलन
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Published : Jun 13, 2019, 11:29 AM IST

Updated : Jun 13, 2019, 4:42 PM IST

दंतेवाड़ा : नंदराज पर्वत को अडानी को दिए जाने के खिलाफ हफ्तेभर से चल रहा आदिवासियों का आंदोलन आखिरकार खत्म हो गया है. प्रशासन द्वारा पंचायत संघर्ष समिति को लिखित आश्वासन देने के बाद आदिवासियों ने धरना समाप्त कर दिया है.

खत्म हुआ आंदोलन
खत्म हुआ आंदोलन

प्रशासन द्वारा ग्राम सभा को लेकर 15 दिनों में जांच करवाने का लिखित में आश्वासन दिए जाने के बाद आदिवासी धरना स्थल से हट गए हैं. प्रशासन ने व्यवस्था कर आदिवासियों को उनके घरों के लिए रवाना कर दिया है.

लिखित में आश्वासन
लिखित में आश्वासन

'15 दिन में जांच नहीं हुई तो होगा उग्र आंदोलन'

संघर्ष समिति के सदस्य का कहना है कि, 'प्रशासन ने हमारी मांगे मान ली हैं, 15 दिन में फर्जी ग्राम सभा की जांच की जाएगी'. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि, 'अगर 15 दिन में जांच नहीं होती तो वो उग्र आंदोलन करेंगे'.

घर के लिए रवाना हुए आदिवासी

'कब हुई ग्राम सभा'

वहीं हिरोली गांव की सरपंच ने कहा कि, 'ग्राम सभा कब हुई मुझे मालूम ही नहीं है. उस दौरान मुझे दस्तखत करने ही नहीं आते थे. 2014 में मैंने साइन करना सीखा है'.

खत्म हुआ आंदोलन

जांच टीम में होंगे संघर्ष समिति के 8 सदस्य

मौके पर मौजूद SDM नूतन कंवर ने कहा है कि, 'आदिवासियों की मांग माने जाने के बाद आंदोलन खत्म कर दिया गया है. 15 दिन में ग्राम पंचायत की जांच की जाएगी'. साथ ही उन्होंने कहा कि, 'जांच टीम में संघर्ष समिति के 8 सदस्य भी शामिल होंगे.

ठप्प पड़ा था उत्पादन

बीते 6 दिनों से 13 नंबर खदान अडानी को दिए जाने के विरोध आदिवासी किरंदुल और बचेली में धरना प्रदर्शन कर रहे थे, आदिवासियों के इस आंदोलन से किरंदुल और बचेली में NMDC का उत्पादन ठप पड़ा था. वहीं आंदोलन खत्म होने के बाद आज से उत्पादन दोबारा शुरू हो पाएगा.

दंतेवाड़ा : नंदराज पर्वत को अडानी को दिए जाने के खिलाफ हफ्तेभर से चल रहा आदिवासियों का आंदोलन आखिरकार खत्म हो गया है. प्रशासन द्वारा पंचायत संघर्ष समिति को लिखित आश्वासन देने के बाद आदिवासियों ने धरना समाप्त कर दिया है.

खत्म हुआ आंदोलन
खत्म हुआ आंदोलन

प्रशासन द्वारा ग्राम सभा को लेकर 15 दिनों में जांच करवाने का लिखित में आश्वासन दिए जाने के बाद आदिवासी धरना स्थल से हट गए हैं. प्रशासन ने व्यवस्था कर आदिवासियों को उनके घरों के लिए रवाना कर दिया है.

लिखित में आश्वासन
लिखित में आश्वासन

'15 दिन में जांच नहीं हुई तो होगा उग्र आंदोलन'

संघर्ष समिति के सदस्य का कहना है कि, 'प्रशासन ने हमारी मांगे मान ली हैं, 15 दिन में फर्जी ग्राम सभा की जांच की जाएगी'. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि, 'अगर 15 दिन में जांच नहीं होती तो वो उग्र आंदोलन करेंगे'.

घर के लिए रवाना हुए आदिवासी

'कब हुई ग्राम सभा'

वहीं हिरोली गांव की सरपंच ने कहा कि, 'ग्राम सभा कब हुई मुझे मालूम ही नहीं है. उस दौरान मुझे दस्तखत करने ही नहीं आते थे. 2014 में मैंने साइन करना सीखा है'.

खत्म हुआ आंदोलन

जांच टीम में होंगे संघर्ष समिति के 8 सदस्य

मौके पर मौजूद SDM नूतन कंवर ने कहा है कि, 'आदिवासियों की मांग माने जाने के बाद आंदोलन खत्म कर दिया गया है. 15 दिन में ग्राम पंचायत की जांच की जाएगी'. साथ ही उन्होंने कहा कि, 'जांच टीम में संघर्ष समिति के 8 सदस्य भी शामिल होंगे.

ठप्प पड़ा था उत्पादन

बीते 6 दिनों से 13 नंबर खदान अडानी को दिए जाने के विरोध आदिवासी किरंदुल और बचेली में धरना प्रदर्शन कर रहे थे, आदिवासियों के इस आंदोलन से किरंदुल और बचेली में NMDC का उत्पादन ठप पड़ा था. वहीं आंदोलन खत्म होने के बाद आज से उत्पादन दोबारा शुरू हो पाएगा.

Intro:Body:

tribal protest


Conclusion:
Last Updated : Jun 13, 2019, 4:42 PM IST

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