दंतेवाड़ा: छत्तीसगढ़ राजस्व पटवारी संघ के आह्वान पर पटवारी प्रदेश स्तरीय 9 सूत्रीय मांग और जिला स्तरीय एक सूत्रीय मांग को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं. नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में काम करने वाले पटवारियों ने नक्सली भत्ता दिया जाने की मांग की है. इससे पहले पटवारी संघ ने 1 दिसंबर से 13 दिसंबर तक काली पट्टी लगाकर शासन-प्रशासन का विरोध किया था. जिसपर अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई. 15 दिसंबर से पटवारी संघ के कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया है.
पटवारी संघ सदस्य किशोर दिवान ने बताया कि पूर्व से लंबित मांग एवं समस्या के समाधान के लिए भी पटवारियों ने विरोध जताया था. पटवारियों का कहना है कि उनका काम पूरी तरह से आधुनिक हो चुका है. ऐसे में ना तो पटवारियों के पास लैपटॉप की सुविधा है और ना ही इंटरनेट की सुविधा है. पटवारियों के वेतन में विसंगति है. वहीं पदोन्नति में भी सरकार ध्यान नहीं दे रही है.
पटवारियों की प्रमुख मांगें
- जमीन की समस्या दूर कर और संसाधन मुहैया कराए जाएं.
- वरिष्ठता के आधार पर राजस्व निरीक्षक पद पर पदोन्नति.
- विभागीय जांच पूरी नहीं होने तक FIR पर रोक.
- फिक्स टीए 1000 रुपये प्रतिमाह.
- स्टेशनरी भत्ता और कार्यालय के किराया राशि का भुगतान.
- नक्सली क्षेत्र में नक्सल भत्ता दिया जाए.
- मुख्यालय निवास की बाध्यता समाप्त.
- अतिरिक्त प्रभार पर 50 प्रतिशत राशि भत्ता.
- वेतन विसंगति दूर की जाए.