दंतेवाड़ा: दंतेवाड़ा में कोरोना संक्रमण (Corona infection in Dantewada) बढ़ने का ग्राफ प्रदेश के अन्य जिलों की अपेक्षा काफी कम है. बावजूद इसके प्रशासन कोई भी लापरवाही करने के मूड में नहीं है. जिला प्रशासन ने एक बाद फिर से सख्ती बढ़ा दी है. साथ ही लोगों से कोरोना गाइडलाइन का पालन करने की अपील भी की जा रही है. पुलिस ने फ्लैग मार्च निकालकर लोगों से लॉकडाउन और कोरोना नियमों का पालन करने की अपील की.
सूरजपुर :लॉकडाउन से पहले पुलिस ने निकाला फ्लैग मार्च
इन जगहों से होकर निकला फ्लैग मार्च
कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामले को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने सोमवार को फ्लैग मार्च निकाला. इस दौरान पूरे नगर में कोरोना संक्रमण के प्रति लोगों में जागरूकता फैलाने की कोशिश की गई. फ्लैग मार्च में नगर पुलिस बल और प्रशासन के अधिकारी शामिल हुए. फ्लैग मार्च पुलिस थाना से होते हुए, बस स्टैंड, मुख्य बाजार, हारम चौक से होते हुए स्टेट बैंक चौक दंतेवाड़ा पहुंची. उसके बाद जय स्तम्भ चौक दंतेवाड़ा में खत्म हुई. पुलिस ने लोगों को लॉकडाउन के दौरान घर से बाहर नहीं निकलने की हिदायत दी. इस दौरान एसडीएम दंतेवाड़ा अविनाश मिश्रा, एसडीओपी चंद्रकांत गवर्णा, तहसीलदार गीदम प्रीति दुर्गम थाना प्रभारी गीदम जयसिंह खूंटे, थाना प्रभारी दंतेवाड़ा सौरभ सिंह व अन्य कर्मचारी उपस्थित रहे.
जशपुर में कोरोना गाइडलाइन का पालन करवाने के लिए पुलिस ने निकाला फ्लैग मार्च
19 अप्रैल को भी निकाला था फ्लैग मार्च
कोरोना गाइडलाइन का पालन करने और लॉकडाउन के दौरान घरों में रहने के लिए लोगों को समझाइश देने प्रशासन ने 19 अप्रैल को भी फ्लैग मार्च निकाला था. पुलिस और जिला प्रशासन के अधिकारियों और जवानों ने गीदम से दंतेवाड़ा मुख्य मार्ग में फ्लैग मार्च निकाला था. लॉकडाउन में सहयोग और कोविड से बचाव करने की लोगों से अपील की थी. अधिकारियों ने कोविड संक्रमण से बचाव करने के लिए मास्क का उपयोग करने, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने, साबुन से हाथ की धुलाई करने और घर में ही सुरक्षित रहने की समझाइश नागरिकों को दी. लाॅकडाउन के दौरान अतिआवश्यक सेवाओं को जारी रखने के अलावा अन्य किसी भी दुकान या प्रतिष्ठान को नहीं खोलने का आग्रह व्यावसायियों से किया गया. एसडीएम अविनाश मिश्रा, अपर पुलिस एडिशनल एसपी जायसवाल, डिप्टी कलेक्टर प्रीति दुर्गम, सीएमओ एलएस मरकाम, नायब तहसीलदार सौरभ कश्यप सहित जिला प्रशासन, नगर निगम के अधिकारी, पुलिस अधिकारी और जवान मौजूद थे.