दंतेवाड़ा: बैलाडीला किरंदुल-विशाखापट्टनम पैसेंजर और नाइट एक्सप्रेस नक्सली बंद सप्ताह के दौरान 25 और 26 अप्रैल को दंतेवाड़ा से आगे किरंदुल नहीं जाएंगी. इसकी सूचना देते हुए रेलवे मंडल ने आदेश भी जारी कर दिया है. किरंदुल से लौह अयस्क लेकर विशाखापट्टनम तक मालगाड़ियों की आवाजाही पहले की तरह बरकरार रहेगी. रेलवे ने यह एहतियाती कदम ट्रेन को किसी भी संभावित नुकसान से बचाने के लिए उठाया है.
इसलिए बंद कर दी जाती हैं यात्री ट्रेनें: जब भी नक्सली TCOC (टैक्टिकल काउंटर ऑफ ऑफेंसिव कैंपेन) बंद सप्ताह मनाते हैं तो रेलवे विभाग सुरक्षा को देखते हुए यात्री ट्रेन बंद कर देता है. इसका मकसद यात्री ट्रेनों और पैसेंजर्स को किसी भी संभावित नुकसान से बचाना है. इसी क्रम में दंतेवाड़ा से किरंदुल के बीच 25 और 26 अप्रैल को यात्री ट्रेनों के परिचालन पर रोक लगा दी गई है.
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नक्सलियों के निशाने पर होता है रेलवे ट्रैक: किरंदुल से विशाखापट्टनम रेलवे ट्रैक हमेशा नक्सलियों के निशाने पर रहा है. पिछले कुछ सालों के आंकड़ों की बात करें तो नक्सलियों ने ज्यादातर दंतेवाड़ा जिले के बासनपुर से झिरका के जंगल में रेलवे ट्रैक को नुकसान पहुंचाया है. साल 2021 में नक्सलियों ने रेलवे ट्रैक उखाड़ कर एक पैसेंजर ट्रेन को डिरेल किया था. हालांकि ट्रेन की रफ्तार कम थी इसलिए ज्यादा नुकसान नहीं हुआ था. इसके अलावा लौह अयस्क लेकर जा रही कई मालगाड़ियों को भी नक्सली डिरेल कर चुके हैं, जिससे रेलवे को करोड़ों का नुकसान भी हुआ था.