दंतेवाड़ा: संकनी-डंकनी नदी में नहाते वक्त एक बुजुर्ग बानी में बह गया है. सूचना मिलने के बाद गोताखोरों की टीम लगातार बुजुर्ग की तलाश में जुटी हुई है. बुजुर्ग का नाम सुक्कू यादव बताया जा रहा है. दंतेवाड़ा थाना प्रभारी ने बताया कि, सुक्कू सोमवार दोपहर 12 बजे से लापता है.
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक सुक्कू के परिजन ने सोमवार को उसके नदी में बह जाने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी. सूचना मिलने के बाद एनडीआरएफ के गोताखोरों ने नदी में बुजुर्ग की तलाश की, लेकिन अब तक उसका कोई सुराग नहीं लगा है. पुलिस ने नदी के पास से सुक्कू के कपड़े बरामद किए हैं.
ऊफान पर चित्रकोट जलप्रपात
छत्तीसगढ़ में इस साल मानसून कुछ ज्यादा ही मेहरबान है. शुरुआती बारिश में ही प्रदेश के ज्यादातार नदी नाले पानी से लबालब हो गए हैं. बता दें कि, बस्तर में सोमवार की सुबह से ही मूसलाधार बारिश हो रही है. लगातार हो रही मूसलाधार बारिश की वजह से आम-जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया है. बस्तर में मानसून के दस्तक देने के बाद सोमवार को पहली बार इतनी बारिश हुई है. लगातार हो रही बारिश की वजह से शहर की सड़कों पर पानी भरने लगा है. इसके साथ ही निचली बस्तियों में भी जगह-जगह पानी भर गया है. तेज बारिश की वजह से मिनी नियाग्रा कहे जाने वाले चित्रकोट जलप्रपात अपने पूरे उफान पर है.
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छत्तीसगढ़ में पिछले 25 दिन से लगातार बारिश हो रही है. इसकी वजह से छोटे-बड़े बांध उफान पर हैं. पिछले कुछ दिन में छोटे बांध 100 फीसदी तक भर चुके हैं. कुछ दिनों में जलस्तर बढ़ने पर बांध का पानी छोड़ा जाएगा. प्रदेश के 4 मध्यम बांध भी लबालब हैं. उनमें 90 से 95 प्रतिशत तक पानी भर चुका है.
बांधों का बढ़ा जलस्तर
- 10 जून को दुर्ग के खपरी डैम में महज 55 फीसदी पानी था, लेकिन आज की स्थिति में यहां 100 फीसदी पानी भर चुका है.
- रायगढ़ के खमारपाकुट में 69 फीसदी था, जो अब भर चुका है.
- मुंगेली के मनियारी में 86 फीसदी पानी था. यहां पानी भरने के बाद गेट खोला गया और पानी छोड़ा भी गया है.
- सोंढुर जलाशय करीब 75 फीसदी भर गया है.
- दुधवा जलाशय 70 फीसदी तक भर गया है.
- प्रदेश के सबसे बड़े जलाशय पंडित रविशंकर शुक्ल जलाशय में अभी 55 फीसदी तक ही पानी आया है.