दंतेवाड़ा: नक्सलियों ने भूमकाल दिवस को मनाने के लिए कटेकल्याण एरिया में पर्चे फेंके हैं. नक्सलियों ने पर्चे में केंद्र सरकार की दमनकारी नीतियों का विरोध करने का उल्लेख किया है.
एसपी अभिषेक पल्लव ने बताया कि जिस तरह से नक्सली लोन वर्राटु अभियान के तहत बड़ी तादाद में आत्मसमर्पण कर रहे हैं, उससे नक्सली बौखलाए हुए हैं. एसपी ने बताया कि नक्सली गांव-गांव में पर्चे फेंककर और आगजनी कर दहशत का माहौल बना रहे हैं.
बैनर-पोस्टर लगाकर भूमकाल दिवस मनाने का ऐलान किसने किया ?
कांकेर में लगाए थे बैनर-पोस्टर
बीते मंगलवार को भी कांकेर के अन्तागढ़ विकासखंड मुख्यालय से महज 1 किलोमीटर की दूरी पर नक्सलियों ने बैनर-पोस्टर लगाकर भूमकाल दिवस मनाने का ऐलान किया था. नक्सलियों ने अन्तागढ़-आमाबेड़ा मार्ग पर पेड़ों में बैनर बांधे थे. इस दौरान कई जगह रास्ते में पोस्टर भी फेंके गए थे.
भूमकाल दिवस
बस्तर में शहीद गुण्डाधुर के बलिदान दिवस के रूप में हर साल सर्व आदिवासी समाज 10 फरवरी को भूमकाल दिवस मनाता है. इस साल शहीद गुण्डाधुर के बलिदान दिवस की 111वीं जयंती है. देश की आजादी के लिए अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ बस्तर में संघर्ष का शंखनाद करते हुए भूमकाल की शुरुआत की गई थी. भूमकाल यानी जमीन से जुड़े लोगों का आंदोलन, जिसमें भूमकाल के महानायक शहीद गुण्डाधुर, डेबरीधूर और अन्य क्रांतिकारियों ने बलिदान दिया था.'