दंतेवाड़ा: डीआरजी (जिला रिजर्व गार्ड) के जवानों ने एक लाख रुपये के इनामी नक्सली को मुठभेड़ के दौरान मार गिराया है. मौके से पिस्टल समेत नक्सली सामान बरामद हुआ है. मारे गए नक्सली की शिनाख्त मिलिशिया कमांडर वेट्टी हूंगा के रूप में की गई है. दंतेवाड़ा जिले के कटेकल्याण थाना क्षेत्र के गादम और जंगमपाल के जंगलों में डीआरजी (district reserve guard) के जवानों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई. नक्सली का शव भी बरामद कर लिया गया है.(Naxalite Dead in encounter )
दंतेवाड़ा एसपी डॉ अभिषेक पल्लव ने बताया कि गादम और जंगमपाल के जंगलों में नक्सलियों की मौजूदगी की सूचना मिलने के बाद डीआरजी की एक टीम को मौके पर रवाना किया गया था. मौके पर पहुंचने के बाद जवानों ने इलाके की घेराबंदी करना शुरू किया. इसी दौरान नक्सलियों की नजर अचानक जवानों पर पड़ गई. जिसके बाद नक्सलियों ने जवानों पर फायरिंग करना शुरू कर दिया. हमला होते देख जवानों ने भी मोर्चा संभालते हुए जवाबी कार्रवाई की.
नारायणपुर में जवानों ने सड़क किनारे बरामद किया IED
जंगल के सहारे भाग निकले नक्सली
मुठभेड़ के दौरान जवानों को भारी पड़ता देख नक्सली जंगलों का फायदा उठाते हुए मौके से फरार हो गए. मुठभेड़ के बाद जवानों ने इलाके में सर्च ऑपरेशन चलाया. जिसमें मारे गए नक्सली का शव बरामद हुआ है. दंतेवाड़ा एसपी ने दावा करते हुए बताया कि इस मुठभेड़ में बहुत से नक्सली मारे गए हैं या तो घायल हुए हैं. जवानों ने मौके से नक्सली के शव के साथ एक 8 एमएम पिस्टल, एक देसी भरमार बंदूक, दो किलो वजनी एक आईईडी बम, पटाखे, दो पिट्ठू, नक्सली साहित्य, दवाईयां और दैनिक उपयोगी सामान बरामद किया है.
बस्तर में गर्मी के दिनों में क्यों बढ़ जाती हैं नक्सली वारदातें?
गर्मी के दिनों बढ़ती है नक्सल सक्रियता
गर्मी का मौसम शुरू होते ही नक्सलियों की गतिविधियां तेज हो जाती है. इस दौरान नक्सली लगातार जवानों को ज्यादा से ज्यादा नुकसान पहुंचाने का प्रयास करते हैं. नक्सली जगह-जगह लैंडमाइन लगाते हैं. एंबुश लगाकर ज्यादा से ज्यादा जवानों को अपना शिकार बनाने की कोशिश करते हैं. हाल ही में बीजापुर में हुए पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में 22 जवानों की मौत हुई थी. साथ ही एक जवान को नक्सलियों ने अगवा भी कर लिया था.