दंतेवाड़ा: आत्मसमर्पित नक्सलियों (Surrendered Naxalites) ने मुख्यधारा से जुड़कर पहली बार रक्षाबंधन का त्योहार मनाया. करीब 100 नक्सलियों ने अपनी बहनों से अपनी कलाई पर राखी बंधवाई. पहली बार राखी बंधवा कर सरेंडर नक्सली भी काफी खुश हुए.
जिले में लोन वर्राटु अभियान से प्रभावित होकर समर्पित हुए नक्सलियों ने पुलिस लाइन कराली में पहली बार रक्षाबंधन का त्योहार मनाया. अपनी बहनों से कलाई पर राखी बंधवाकर भाइयों ने भी बहनों की सुरक्षा का वचन दिया.
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समर्पित नक्सलियों ने बताया कि नक्सली संगठन में रहते समय रक्षाबंधन (rakshabandhan) पर प्रतिबंध था. कोई भी रक्षाबंधन का त्योहार नहीं मना सकता था. जिसकी वजह से बहनें होने के बावजूद नक्सलियों उन्हें घर जाने नहीं देते हैं. जिसकी वजह से इन्होंने कभी भी रक्षाबंधन का त्योहार नहीं मनाया. सरेंडर नक्सली ने बताया कि पुलिस अधीक्षक अभिषेक पल्लव ने उन्हें राखी के त्योहार के बारे में बताया. जिसके बाद वे रक्षाबंधन का त्योहार मना रहे हैं. आत्मसमर्पण के बाद इस बार राखी का त्योहार मनाया. जिससे वे काफी खुश दिखाई दिए.