दंतेवाड़ा: गीदम में क्षत्रिय समाज ने दिवाली मिलन समारोह धूमधाम से मनाया. गीदम में रह रहे क्षत्रिय समाज के लोगों ने शुक्रवार को मिलन समारोह का आयोजन किया. कार्यक्रम की शुरुआत मां अंबे जी की आरती से की गई. महिलाओं के सम्मान में आरती की थाली महिलाओं के हाथ में दी गई. गीदम में क्षत्रिय समाज पूर्व से ही एक संगठित समाज रहा है और समाज में लगातार कुछ ना कुछ आयोजन इस तरह के होते हैं कि सभी छत्रिय एक छत के नीचे इकट्ठे होकर सामाजिक कार्यक्रम करते ही रहते हैं.
पढ़ें- उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ छठ महापर्व का समापन
आरती के बाद समाज के वरिष्ठजनों का विधिवत सम्मान किया गया. समाज के प्रमुखों ने लोगों को संबोधित किया. रमेश कुशवाहा ने संगठन के महत्व पर प्रकाश डाला. संजय सिंह बैश ने असंगठित होने की हानि के विषय में विस्तारपूर्वक समझाया. बृजेश सिंह बैश ने एकता की शक्ति के महत्व को बताया.
महिलाओं को बताया शक्ति का आधार
बृजेंद्र सिंह राठौर समाज को किस तरह से मजबूत किया जा सकता है, इस विषय पर चर्चा की. महिलाओं की ओर से आस्था राजपूत ने महिलाओं के उत्थान और शिक्षा पर अपनी चिंता व्यक्त की. सुजीत सिंह बैस ने अपने संबोधन में समाज में महिलाओं को शक्ति का आधार बताया महिलाएं ही हैं जो आने वाली पीढ़ी का चरित्र निर्माण करती हैं आने वाली पीढ़ी को संगठित रहने का भाव मन में पैदा हो ऐसा चरित्र ऐसे संस्कार देने की अपील की.
जय भवानी, जय श्रीराम, जय महाराणा, जय राजपूताना के नारों के साथ क्षत्रिय मिलन समारोह का समापन सहभोज के साथ हुआ. क्षत्रिय मिलन समारोह में प्रकाश सिंह बैश, रामकृष्ण सिंह बैश, राम प्रताप सिंह बेस, द्वारिका सिंह चौहान, गजेंद्र सिंह बैश, जय प्रकाश सिंह चौहान, राकेश कुशवाहा, श्याम सिंह बैश, धर्मेंद्र सिंह, संतोष सिंह, विकास सिंह, अजीत सिंह, नितेश सिंह, राहुल सिंह, विवेक सिंह आदि गीदम नगर के सभी क्षत्रिय मौजूद थे.