दंतेवाड़ा: कोरोना वायरस से लोगों को बचाने के लिए सरकार और स्थानीय प्रशासन युद्ध स्तर पर काम कर रहा है. कोरोना को हराने के लिए कई कोरोना वॉरियर्स अपनी जान जोखिम में डालकर लोगों की सेवा में लगे हुए हैं. कोरोना के प्रकोप के बीच स्वास्थ्य विभाग पूरी मुस्तैदी से संक्रमण को फैलने से रोकने में जुटा हुआ है. इसी क्रम में विभाग के निर्देशानुसार मोबाइल मेडिकल यूनिट की संचालन करने वाली संस्था जेएईएस क्वॉरेंटाइन सेंटरों में जाकर लोगों की स्क्रीनिंग कर रहा है.
दरअसल कोरोना वायरस को लेकर पूरी दुनिया में हाहाकार मचा हुआ है. इसके चलते लगे लॉकडाउन का सबसे ज्यादा असर बाहरी राज्यों में काम कर रहे मजदूरों पर पड़ा है. इसी के चलते सरकार की सहमति पर इन लोगों को वापस लाकर क्वॉरेंटाइन किया गया है. दूसरे राज्यों से आए हुए मजदूरों और छात्रों को जिले में बनाए गए इन कॉरेंटाइन सेंटर सेंटर में रखा गया है. जिसके चलते स्वास्थ्य विभाग की टीम ने भांसी, बचेली, गाजेनर और केशापुर में जाकर 152 लोगों की स्क्रीनिंग की.
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स्क्रीनिंग के दौरान टीम ने लोगों से पूछा कि वर्तमान में उन्हें स्वास्थ्य संबंधित किसी प्रकार की कोई बीमारी तो नहीं है. मोबाइल मेडिकल यूनिट की टीम ने सभी सुरक्षा उपायों और सोशल डिस्टन्सिंग का पालन करते हुए ये स्क्रीनिंग की गई. इसके साथ ही टीम ने लोगों को कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के उपाय बताए गए. क्वॉरेंटाइन सेंटरों में क्वॉरेंटाइन किए गए लोगों की स्क्रीनिंग करने पहुंची टीम में डॉक्टर रोशनी बर्वे, फार्मासिस्ट अब्दुल सब्बीर, एएनएम पुष्पा देवर, लैब टेक्नीशियन सत्यानंद नाग शामिल थे.