दंतेवाड़ा: दंतेवाड़ा पुलिस के सामने पांच नक्सलियों ने सरेंडर किया है. नक्सलियों के मिलिट्री प्लाटून नंबर 24 के सदस्य कोहरामी मंगल समेत कुल पांच नक्सलियों ने आत्म समर्पण किया है. नक्सली कोहरामी मंगल पर विधानसभा चुनाव के दौरान पत्रकार की हत्या और तीन जवानों को शहीद करने का आरोप है. इतना ही नहीं साल 2013 में श्यामगिरी की पहाड़ियों पर रची गई साजिश का भी वह साक्षी है.
एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव ने प्रेसवार्ता में कहा कि नक्सली मंगल से नक्सली संगठन के संबंध में कई अहम जानकारियां मिली हैं. आने वाले समय में पुलिस को और भी सफलता मिलेगी. नक्सलियों के डॉक्टर मेहरूराम ने भी आत्म सर्मपण किया है. उस पर एक लाख रुपए का इनाम था. उन्होंने कहा कि नक्सलियों के एंबुश में कुआकोंडा थाना प्रभारी विवेक शुक्ला सहित पांच जवान शहीद हुए थे.
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जनताना सरकार के अध्यक्ष ने इकलौती बेटी को बना दिया नक्सली
प्रेस वार्ता के दौरान महिला नक्सली शांति इस्ता ने कहा कि वह अपने मां-बाप की इकलौती संतान है. वह नक्सलियों के बीच में ही पली-बढ़ी है. पिता मंगल इस्ता जनताना सरकार का अध्यक्ष है.
ये हैं सरेंडर नक्सलियों की कहानी
- समर्पण किए नक्सली मंगल पर दो लाख रुपए इनाम था. कोहरामी मंगल उर्फ डेका मलांगिर एरिया कमेटी में सक्रिय एलओएस कमांडर बदरू द्वारा संगठन में भर्ती हुआ था.
- मंगल पर आरोप है कि विधानसभा चुनाव के दौरान उसने पत्रकार की हत्या और तीन जवानों को शहीद किया था। इतना ही नहीं 2013 में श्यामगिरी की पहाड़ियों पर रची गई साजिश का भी साक्षी है.
- नीलावाया गांव के रहने वाला मंगल पिछले दस सालों से संगठन के लिए काम कर रहा है.
- नक्सलियों के डॉक्टर मेहरूराम ने पुलिस को बताया कि गीदम में पढ़ाई के दौरान एक मेडकल स्टोर्स पर काम करता था. वहां से दवाइयों की जानकारी लेकर नक्सली संगठन में शामिल हुआ. साल 1997-98 में उसने गीदम मेडिकल स्टोर्स पर काम किया. नक्सली संगठन में उसका काम डेढ दशक से सिर्फ इलाज करना है.
- बीजापुर के बांगापाल की रहने वाली महिला नक्सली शांति इस्ता में सीएनएम अध्यक्ष थी. उस पर एक लाख रुपए का इनाम घोषित था.