दंतेवाड़ा: दंतेवाड़ा में शनिवार को एक नक्सली ने दंतेवाड़ा 230 वीं वाहिनी सीआरपीएफ के सामने आत्मसमर्पण किया है. आत्मसमर्पित नक्सली कटेकल्याण एरिया कमेटी के कून्ना पंचायत में सक्रिय था. नक्सली का नाम हड़मा माड़वी है. उसकी उम्र 33 साल बताई जा रहा है. नक्सलियों की खोखली नीति और विचारधारा से तंग आकर और लोन वर्राटू अभियान से प्रभावित होकर हड़मा ने आत्मसमर्पण किया है. बताया जा रहा है कि हड़मा माड़वी नक्सली संगठन के धनीकोड़ता गांव के डीएकेएमएस का सदस्य था.
दंतेवाड़ा डीआरजी कार्यालय में किया सरेंडर: दरअसल, दंतेवाड़ा सहित पूरे नक्सलगढ़ में लोन वर्राटू अभियान चलाया जा रहा है. इस अभियान के तहत नक्सलियों को आत्मसमर्पण के लिए प्रेरित किया जा रहा है. साथ ही पुनर्वास नीति के तहत उन नक्सलियों को मुख्यधारा से जोड़ने का काम सरकार की ओर से किया जा रहा है. इस अभियान के तहत लगातार नक्सली आत्मसमर्पण कर रहे हैं. इस कड़ी में 7 अक्टूबर को हड़मा माड़वी, जो कि गोंड जाति का है. उसने दंतेवाड़ा 230 वीं वाहिनी सीआरपीएफ के पास डीआरजी कार्यालय दंतेवाड़ा में सरेंडर किया है.
आत्मसमर्पित नक्सलियों को सरकार करती है मदद: हड़मा को शासन की ओर से पुनर्वास नीति के तहत हर एक सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी. ताकि वो समाज की मुख्यधारा से जुड़ सकें. बता दें कि अब तक छत्तीसगढ़ में लोन वर्राटू अभियान के तहत 164 ईनामी नक्सलियों ने सरेंडर किया है. इसके अलावा 647 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है. ये सभी मुख्यधारा से जुड़ चुके हैं. इन सभी को सरकार की ओर से हर तरह की सुविधाएं उपलब्ध कराई जाती है.