दंतेवाड़ा : छत्तीसगढ़ में नक्सली उन्मूलन अभियान जोर शोर से चलाया जा रहा है. इस अभियान के तहत समाज की मुख्य धारा से भटककर हथियार उठा चुके नक्सलियों की घर वापसी कराई जा रही है.दंतेवाड़ा जिले की यदि बात की जाए तो एसपी गौरव राय के मार्गदर्शन में नक्सल उन्मूलन अभियान और शासन की पुनर्वास नीति के तहत लोन वर्राटू (घर वापस आईये अभियान) चल रहा है, जिससे प्रभावित होकर मुख्यधारा से भटके चार नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है.
नक्सलियों ने किया सरेंडर : स्वतंत्रता दिवस से पहले कटेकल्याण एरिया कमेटी अन्तर्गत जियाकोडता पंचायत में काम करने वाले चार नक्सलियों ने पुलिस से संपर्क किया. इस दौरान नक्सलियों ने सामान्य जीवन जीने की इच्छा जताई.जिसके बाद एसपी ने सभी नक्सलियों को सरेंडर करवाया. सरेंडर करने वाले चारों नक्सलियों को सरकार की पुनर्वास नीति का लाभ दिया जाएगा.
किन नक्सलियों ने किया सरेंडर : सरेंडर करने वाले नक्सलियों में जियाकोडता पंचायत केएएमएस अध्यक्षा हुंगी सोडी एक लाख की इनामी है.डीएकेएमएस सदस्य भीमाराम करटाम नक्सली संगठन में रहकर नर्सरी कमांडरों के इशारों पर काम करता था.भीमाराम बैनर पोस्टर लगाना, रोड काटना, गांव वालों को धमकाना जैसी वारदातों में शामिल रहा है. डीएकेएमएस सदस्य हिडमा उर्फ हीरालाल मरकाम नक्सली संगठन में रहकर खाना बनाने का काम करता था.इसके अलावा ग्रामीणों को संगठन में शामिल करता था. केएएमएस सदस्या कुमारी देवे नक्सलियों के साथ काम करती थी. रेल पटरी उखाड़ना, माल गाड़ियों में पोस्टर लगाना, ग्रामीणों को धमकाने के काम में माहिर थी.इस दौरान पुलिस कप्तान ने नक्सलियों से घर वापसी की अपील भी की.
मुख्यधारा से भटके नक्सलियों से हमारी अपील है कि वह छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा चलाई जा रही पुनर्वास नीति का फायदा उठाते हुए घर वापसी करें और एक अच्छी जिंदगी जिए. -गौरव राय, एसपी
चारों नक्सली दंतेवाड़ा क्षेत्र में हुई कई बड़ी नक्सली वारदातों में शामिल रहे हैं.सभी नक्सलियों के खिलाफ जिले के अलग-अलग थानों में कई मामले रजिस्टर्ड हैं. समर्पित नक्सलियों को पुलिस प्रशासन की ओर से 10000 रुपए की प्रोत्साहन राशि दी गई है.समर्पित चारों नक्सलियों से पूछताछ में बड़े खुलासे होने की भी संभावना पुलिस जता रही है. लोन वर्राटू अभियान के तहत अब तक 159 इनामी नक्सली सहित कुल 615 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर समाज की मुख्यधारा में जुड़े हैं.