दंतेवाड़ा: जिले का डेनेक्स गारमेंट फैक्ट्री एक बार फिर सुर्खियों में है. इस बार वजह आंदोलन है. जो इस फैक्ट्री को मीडिया में बनाए हुए है. डेनेक्स सीएम भूपेश बघेल का ड्रीम प्रोजेक्ट है. इसका विस्तार पूरे दंतेवाड़ा में हुआ है. लेकिन अब यहां की महिला कर्मचारियों ने वेतन बढ़ाने की मांग को लेकर मोर्चा खोल दिया है. डेनेक्स गारमेंट कपड़ा फैक्ट्री में काम न होने की वजह से बहुत सी महिलाएं बेरोजगार हो गईं तो बहुतों ने लंबे समय से वेतन वृद्धि न होने से काम ही छोड़ दिया. इन महिलाओं को दैनिक वेतनभोगियों से भी कम वेतन मिल रहा है. इस कारण अब यह महिलाएं लामबंद हो गई हैं और पिछले 2 दिनों से वेतन वृद्धि को लेकर हड़ताल पर बैठी हैं.
महिलाओं ने काम न देने का लगाया आरोप: महिलाओं का आरोप है कि "उन्हें प्रशासनिक अधिकारी काम नहीं दे रहे हैं. वहीं कुछ कांग्रेसी नेताओं ने डेनेक्स गारमेंट कपड़ा फैक्ट्री में जा कर धमकाया और काम से निकालने की बात भी कही". इस मुद्दे पर मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी ने प्रेस कांफ्रेंस कर मीडिया के सामने अपना पक्ष रखा. बीजेपी नेता महेश गागड़ा ने कहा कि, "भारतीय जनता पार्टी इन महिलाओं के साथ है और इन्हें अपना हक दिलाकर रहेगी." भारतीय जनता पार्टी के पदाधिकारियों ने इस मामले को लेकर जिला प्रशासन और कलेक्टर से मुलाकात करने की कोशिश की. लेकिन मुलाकात नहीं हो पाई. इस मामले को लेकर मीडिया ने भी जिला प्रशासन का पक्ष लेना चाहा लेकिन बात नहीं हो पाई.
दंतेवाड़ा के डैनेक्स गारमेंट फैक्ट्री की पहचान कैसे सात समुंदर पार पहुंची ?
कांग्रेस ने महिलाओं को भड़काने का लगाया आरोप: इस मामले को लेकर कांग्रेसियों का कहना है कि "डेनेक्स गारमेंट कपड़ा फैक्ट्री की महिलाओं को भारतीय जनता पार्टी के मनीष सुराना द्वारा भड़काया जा रहा है." जबकि डेनेक्स गारमेंट की महिलाओं ने मीडिया के साथ एक वीडियो साझा किया है, जिसमें कांग्रेसी नेता शकील रिजवी महिलाओं को धमकाते हुए स्पष्ट नजर आ रहे हैं.